कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोपों का सिलसिला जारी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया है और ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
जवाहर सरकार ने बताया है कि टीएमसी नेतृत्व ने आरजी कर रेप और हत्या मामले को कवर करने की कोशिश की, दोषियों को पदोन्नति दी और संरक्षण दिया। उन्होंने यह भी कहा है कि टीएमसी में भ्रष्टाचार की गहराई है और नेतृत्व जमीनी हकीकत से कटा हुआ है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से सांसद राजू बिस्टा ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पुलिस और प्रशासन की मदद से झूठ, छल और अत्याचार किया है। उन्होंने ममता बनर्जी से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है, कहा है कि उन्होंने नैतिक अधिकार खो दिया है और पश्चिम बंगाल को बेहतर नेतृत्व की जरूरत है। इस मामले में टीएमसी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस मामले को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
जवाहर सरकार ने पत्र में कहा, “आरजी कर अस्पताल में हुई भयावह घटना (प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और हत्या) के बाद एक महीने तक मैंने धैर्यपूर्वक पीड़ा सही और उम्मीद कर रहा था कि आप (ममता बनर्जी) अपनी पुरानी शैली में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ प्रत्यक्ष रूप से बात करेंगी। ऐसा नहीं हुआ और सरकार अब जो भी दंडात्मक कदम उठा रही है, वह बहुत अपर्याप्त और काफी देर से उठाए जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अगर भ्रष्ट चिकित्सकों के समूह पर कार्रवाई की जाती और अनुचित प्रशासनिक कार्रवाई के दोषियों को निंदनीय घटना के तुरंत बाद दंडित किया जाता, तो राज्य में बहुत पहले ही सामान्य स्थिति बहाल हो गई होती।”