नैनीताल। वर्ष 1878 में स्थापित नैनीताल का छावनी परिषद जल्द ही ‘देश की पहली सीसीटीवी आच्छादित छावनी परिषद’ बनने जा रही है। इस महत्वपूर्ण पहल को ‘त्रिनेत्र अभियान’ के तहत छावनी परिषद प्रबंधन द्वारा तैयार किया गया है, जिसके तहत पूरे क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरों, एलईडी और फ्लड लाइटों से सुरक्षित किया जाएगा। कैंट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वरुण कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्हाेंने बताया कि इस अभियान का कार्य दो चरणों में पहले ही शुरू हो चुका है, जबकि तीसरे चरण का कार्य भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। इस परियोजना को सितंबर में प्रभावी करने की योजना बनाई गई है, जिसके बाद समारोहपूर्वक उद्घाटन के साथ नैनीताल छावनी परिषद ‘सुरक्षित कैंट’ के रूप में पहचाना जाएगा।
इस अभियान के तहत पूरे छावनी क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ 300 एलईडी लाइट, 100 सोलर लाइट और 60 फ्लड लाइट लगाने की पहल की है। साथ ही अब तक 200 सीसीटीवी कैमरों में से 150 कैमरे लगाए जा चुके हैं, जबकि शेष का कार्य प्रगति पर है। इस पहल के साथ, नैनीताल कैंट ‘देश की पहली सीसीटीवी आच्छादित छावनी परिषद’ बन जाएगी।
गुजरात के सूरत शहर को देश का पहला सीसीटीवी आच्छादित शहर के रूप में दर्ज किया गया है। नैनीताल छावनी परिषद की इस पहल के बाद यह देश की पहला छावनी परिषद बन जाएगी जो सीसीटीवी कवरेज से पूरी तरह सुरक्षित होगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले नैनीताल छावनी परिषद को 8 सितंबर 2023 को संविधान साक्षर छावनी के रूप में भी दर्ज किया जा चुका है, जिसमें समारोहपूर्वक इसकी घोषणा की गई थी। इस महत्वपूर्ण पहल के साथ नैनीताल छावनी न केवल सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, बल्कि तकनीकी दृष्टिकोण से भी एक अग्रणी उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।