प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के “पार्टी, सरकार से बड़ी होती है” बयान को लेकर उनके खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। पेशे से अधिवक्ता मंजेश कुमार यादव ने अपनी याचिका में कहा कि मौर्य का यह बयान उनके कार्यालय की गरिमा गिराता है और इस सरकार की पारदर्शिता और शुद्धता पर संदेह पैदा करता है।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राज्यपाल और निर्वाचन आयोग की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आना इस मुद्दे को गंभीर चिंता का विषय बनाता है। इसके अलावा, याचिका में मौर्य के आपराधिक इतिहास का भी संदर्भ दिया गया है और कहा गया है कि उप मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने से पूर्व मौर्य का नाम सात आपराधिक मामलों में आया था।
इस याचिका में कहा गया है कि इस तरह के रिकॉर्ड वाले व्यक्ति को संवैधानिक पद पर नियुक्त करना अनुचित है और यह एक खतरनाक मिसाल पेश करता है। याचिकाकर्ता ने कहा कि यह याचिका उच्च न्यायालय की रजिस्ट्री में दाखिल की गई है और अगले कुछ दिनों में सुनवाई के लिए इसे सूचीबद्ध किए जाने की संभावना है। मौर्य अलग अलग मौकों पर यह कह चुके हैं कि “पार्टी, सरकार से बड़ी होती है।”