थौलधार विकास समिति देहरादून के नाम से एक सामाजिक संगठन बनाने निर्णय लिया!

देहरादून । देहरादून में आज रविवार को थौलधार ब्लॉक के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, क्योंकि विकास के मामले में थौलधार ब्लॉक को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक सामाजिक संगठन के गठन पर चर्चा हुई।

लेफ्टिनेंट जनरल एमसी बधानी की अध्यक्षता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख  जोत सिंह बिष्ट के अगुवाई में, क्षेत्र के 400 से अधिक व्यक्तियों जो देहरादून के रहते हैं की भागीदारी से इस संगठन की रूपरेखा तैयार की गई।

यह एक गैर-राजनीतिक संगठन होगा, जो देहरादून में थौलधार के प्रवासियों को एक साथ लाने और अलग अलग संचार माध्यमों से आपसी संवाद करते हुए एक जागरूक और उदेशयपरक संगठन की भूमिका अदा करेगा। संगठन का मुख्य उद्देश्य थौलधार ब्लॉक के निवासियों के बीच एकता और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने के साथ सामूहिक प्रयासों के माध्यम से क्षेत्र के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान का प्रयास व क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में काम करना है। चर्चा के दौरान, पट्टी गुसाईं, पट्टी नगुन, पट्टी उदयपुर और पट्टी जुवा के विभिन्न गांवों के निवासियों ने अपने विचार साझा किए और इस उद्देश्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर पुरोहितों के स्वस्ति वाचन किया गया। उसके बाद उत्तराखंड के पिछले सप्ताह जम्मू कश्मीर में शहीद हुए पांच जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।

इस सामाजिक संगठन का गठन थौलधार ब्लॉक के विकास में एक नया अध्याय दर्शाता है। आपसी एकता और सामुदायिक सहभागिता की भावना को बढ़ावा देकर, संगठन का उद्देश्य एक अधिक जीवंत और सशक्त थौलधार का निर्माण है। सभी निवासियों के समर्थन और भागीदारी के साथ, संगठन ब्लॉक पर सकारात्मक प्रभाव डालने और इसके दीर्घकालिक विकास और समृद्धि में योगदान देने के लिए कार्य करेगा।

वक्ताओं ने कहा कि दुनिया की महान नदी भागीरथी के किनारे और प्रसिद्ध देवी सुरकंडा देवी मंदिर के नीचे स्थित, थौलधार ब्लॉक हम सभी के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। यह वह जगह है जहाँ हम पैदा हुए, बड़े हुए, जहाँ हमने उन मूल्यों को सीखा जो हमें जीवन में हमारा मार्गदर्शन करता है, और जहाँ हमने ऐसी यादें बनाईं जिन्हें हम हमेशा संजो कर रखेंगे। हमारे गाँव और ब्लॉक से हमें अलग करने वाली दूरी के बावजूद, हम जुड़े रहने और इसके विकास में शामिल होने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

अधिकांश वक्ताओं का कहना था कि हम बुनियादी ढांचे में सुधार, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और अपने स्थानीय लोगों के आर्थिक विकास, केंद्रीय ओबीसी, का समर्थन करने के तरीकों पर चर्चा करते रहेंगे। तथा इन समस्याओं का समाधान करवाने का प्रयास करेंगे।

पूर्व प्रमुख जोत सिंह बिष्ट, लेफ्टिनेंट जनरल एमसी बधानी, वरिष्ठ नेता मूर्ति सिंह नेगी, पूर्व जेष्ठ प्रमुख राय चन्द रमोला, पूर्व शिक्षाविद परिपूर्णा नंद पैन्यूली, मस्तु दास, राजेन्द्र बिष्ट, सुरेंद्र भण्डारी, शीशपाल गुसाईं, सोहन लाल खंडूड़ी, दीपक खंडूड़ी, कुलदीप बिष्ट, विजेंदर कुमार, बेलसिंह महर, शूरवीर पंवार, भुवनेश्वर बधानी, उपेंद्र सिंह रावत, मनोहर लाल सकलानी, सीमा राणा, पूनम सकलानी, संबोधित किया। कार्यक्रम का संयुक्त संचालन राम लाल खण्डूड़ी व हिम्मत सिंह बिष्ट ने किया।

इस मौके पर संगठन के सदस्य बनाने का अभियान भी चलाया गया जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और 30 से अधिक लोगों ने ₹2100 देकर आजीवन सदस्य तथा 150 से अधिक लोगों ने ₹200 शुल्क देकर साधारण सदस्यता हासिल की। थौलधार के लोगों की यह बैठक भविष्य में थौलधार के विकास में एक नई इबारत लिखने का काम करेगी।

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