काहिरा। यमन के हूती विद्रोहियों ने सोमवार को कहा कि उन्होंने सहायता संगठनों के सदस्यों के साथ संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के कम से कम 11 कर्मचारियों को हिरासत में लेने के कुछ दिन बाद एक ‘अमेरिकी-इजराइली जासूसी तंत्र’ के सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
हूती खुफिया एजेंसी के प्रमुख मेजर जनरल अब्दुलहकीम अल-खायेवानी ने गिरफ्तारियों की घोषणा करते हुए कहा कि जासूसी तंत्र पहले सना में अमेरिकी दूतावास से संचालित होता था। उन्होंने कहा कि 2015 में राजधानी सना और उत्तरी यमन पर हूतियों के कब्जे के बाद इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने “अंतरराष्ट्रीय और संरा संगठनों की आड़ में अपने विध्वंसक एजेंडे को जारी रखा।” उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को यमन के 11 कर्मचारियों की गिरफ्तारी की घोषणा की थी। इनमें से छह संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार संस्था के लिए काम करते थे, जबकि एक-एक कर्मचारी इसके विशेष दूत के कार्यालय, इसकी विकास शाखा, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ), विश्व खाद्य कार्यक्रम और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन’ (यूनेस्को) के लिए काम करता था। अन्य सहायता समूहों ने भी कर्मचारियों को हिरासत में लिए जाने की सूचना दी, हालांकि कुल संख्या पता नहीं चली।