देहरादून। सतर्कता (विजिलेंस) अधिष्ठान उत्तराखंड ने मंगलवार को विद्युत विभाग के लाइनमैन और हेल्पर को 4500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सतर्कता निदेशक डॉ. वी मुरूगेशन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
दरअसल, एक महिला शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने कहा था कि मेरे मकान को बने 10 साल हो गए हैं। पहले मेरे मकान में बिजली मीटर का कनेक्शन बेटे के नाम पर था। 22 फरवरी 2024 को मैंने अपने नाम से एक किलोवाट का नया बिजली कनेक्शन लेने के लिए विद्युत विभाग में आवेदन किया था। तदुपरांत क्षेत्र के लाइनमैन शशेंद्र सिंह रावत से संपर्क किया तो वह अपने साथी प्रमोद के साथ मेरे आवास पर आया और बताया कि आपका कनेक्शन तो निरस्त हो गया। दोबारा जल्दी कनेक्शन लगाने के नाम पर पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग जा रही है। महिला शिकायतकर्ता ने उक्त लाइनमैन के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून ने गोपनीय जांच में आरोप सही पाए जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया और मंगलवार को लाइनमैन शशेंद्र सिंह रावत और हेल्पर लाइनमैन प्रमोद को विद्युत विभाग उप खंड मोहनपुर प्रेमनगर देहरादून को महेंद्र चौक प्रेमनगर देहरादून से महिला शिकायतकर्ता से 4500 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ जारी है। उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर अनुसंधान किया जाएगा।