नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को वादा किया है कि सरकार में आने पर सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निपथ योजना को खत्म कर पुरानी भर्ती प्रक्रिया लागू की जाएगी। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर योजना को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की थी।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट और रणदीप हुड्डा ने पार्टी मुख्यालय में इस संबंध में पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की सेना में अपना भविष्य देखने वाले युवाओं के साथ खड़ी है।
सचिन पायलट ने कहा कि अग्निपथ योजना का कांग्रेस पार्टी ने शुरुआत से ही विरोध किया है। ये सेना के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 14 जून को अग्निपथ योजना लाई थी। सरकार का यह निर्णय एकतरफा था। इसका उद्देश्य सेना की औसत आयु को कम और सेना का आधुनिकीकरण करना बताया गया था। असल में मोदी सरकार ने इस योजना को पैसा बचाने के लिए शुरू किया।
उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार रक्षा निर्यात से बहुत पैसा कमा रही है। अगर रक्षा क्षेत्र सक्षम है तो सरकार को हमारे सैनिकों के जीवन, उनके पेंशन और परिवार की सुख-सुविधाओं के लिए काम करना चाहिए।
कांग्रेस नेता दीपेन्द्र हु्ड्डा ने कहा कि देश में कोविड के दौरान और उससे पहले सेना की कई भर्तियां पूरी हो चुकी थीं। केवल जॉइनिंग बाकी थी। इससे पहले ही सरकार अग्निपथ योजना ले आई। सरकार ने चयनित नौजवानों को जॉइनिंग नहीं दी। इन नौजवानों ने राहुल गांधी से मिलकर अपना दर्द साझा किया था। राहुल गांधी इनकी आवाज लगातार उठा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इन चयनित नौजवानों को जॉइनिंग देने की मांग की है। कांग्रेस इन नौजवानों के साथ है। इनकी जॉइनिंग होने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।