देहरादून। चंपावत जनपद के आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीगोठ को स्वास्थ्य सेवा में बेहतर कार्य के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) सर्टिफिकेशन दिया गया है। उत्तराखंड के किसी स्वास्थ्य केंद्र को पहली बार यह पुरस्कार मिला है। स्वास्थ्य सचिव डाॅ. आर राजेश कुमार ने इस उपलब्धि के लिए गैरीगोठ टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। जनमानस को गुणवत्तापूर्ण इलाज देने के लिए राज्य निरंतर प्रयासरत है।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत गर्भवती महिलाओं व नवजात के स्वास्थ्य की देखभाल, गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान देखभाल, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक सेवाएं और अन्य प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सामान्य संचारी रोगों का प्रबंधन और गंभीर साधारण व छोटी बीमारियों के लिए सामान्य बाह्य रोगी का देखभाल, गैर-संचारी, टीबी और कुष्ठ रोग जैसी पुरानी संचारी बीमारियों की जांच, रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन, बुनियादी मौखिक स्वास्थ्य देखभाल, सामान्य नेत्र एवं ईएनटी समस्याओं की देखभाल आदि मानक तय किए जाते हैं। इनके आधार पर ही एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन किया जाता है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया ने कहा कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को प्राप्त करने के लिए गत एक वर्ष से प्रयास किया जा रहा था। औषधियों की कमी, उपकरणों, लैब जांच की सुविधा न होना, प्रशिक्षण, बजट की आपूर्ति इत्यादि के लिए समय-समय पर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं राज्य स्तर पर समन्वय स्थापित कर समस्याओं का निराकरण किया गया। साथ ही प्रशिक्षण के लिए राज्य स्तर एवं रिजनल कुमाऊं मंडल रुपेश ममगाईं ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। स्टेट क्वालिटी नोडल ऑफिसर डॉ. मुकेश राय ने बताया कि भारत सरकार की ओर से आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीकोठ को दो लाख 16 हजार की धनराशि से सम्मानित किया जाएगा।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीगोठ को सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संजय सामंत एवं उनकी पूरी टीम एएनएम, आशाओं के प्रयत्नों के उपरांत ही राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों का प्रमाणीकरण मिला। इसका उद्देश्य आरोग्य मंदिर की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करना है, जिससे जनसमुदाय को गुणवत्तायुक्त सेवाओं का लाभ मिल सके।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि हर क्षेत्र तक स्तरीय हेल्थकेयर सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ जनसमुदाय के जीवनस्तर को सुधारने को प्रयासरत सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज, हर्रावाला देहरादून स्थित 300 बेड के सुपर स्पेशलिटी कैंसर अस्पताल, मोतीनगर हल्द्वानी स्थित 200 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, हरिद्वार स्थित 200 बेड के एमसीएच सेंटर को लीज-ऑन एंड ट्रांसफर मॉडल पर निजी क्षेत्र के सहयोग से संचालित करने का निश्चय किया है।
गौरतलब है कि क्वालिटी एंश्योरेंस मानकों के तहत चिकित्सा इकाइयों को गुणवत्ता एवं उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य स्तर से निरंतर सहयोग प्रदान किया जाता है। जिला क्वालिटी एश्योरेंस टीम एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर गैरीगोठ की टीम के फैसीलिटीइंचार्ज, नर्सिंग टीम एवं हाउसकीपिंग टीम ने सर्टिफिकेशन प्राप्त करने में अहम योगदान दिया है।