देहरादून। एसटीएफ (STF) ने गत वर्ष डोईवाला में हुई डकैती में शामिल 02 लाख रुपये के इनामी मुख्य कुख्यात डकैत को मेरठ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार ( arrested ) किया है। अभियुक्त के विरुद्ध उत्तप्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली के विभिन्न थानों में 02 दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल पत्रकारों को बताया कि थाना डोईवाला में घटित डकैती की घटना में शामिल यह अपराधी मुख्य भूमिका में था। इसकी गिरफ्तारी के लिए घटना के उपरान्त काफी प्रयास किये गये,लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हो पायी थी। इस अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड की ओर से 02 लाख रुपये इनाम की घोषणा की गयी थी। गिरफ्तार अभियुक्त परवेज उर्फ बाबा एक दुर्दान्त व कुख्यात अपराधी है। उसके विरुद्ध अब तक डकैती, लूट चोरी व हत्या के प्रयास के करीब 02 दर्जन अभियोग पंजीकृत हैं।
इस बदमाश को गिरफ्तार करने के लिये उत्तराखंड पुलिस के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा आदि राज्यों की पुलिस व एसटीएफ भी काफी समय से प्रयासरत थी। इनामी अभियुक्त परवेज उर्फ बाबा को 06 जनवरी को जनपद मेरठ उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ देशभर में कई जगहों पर इस अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही थी।
आयुष अग्रवाल ने बताया कि 15 अक्टूबर 2022 को वादी शीशपाल अग्रवाल पुत्र स्व.पूरनचन्द अग्रवाल निवासी घराट रोड गली थाना डोईवाला देहरादून, के घर में दोपहर के समय 12 बजे करीब अज्ञात अभियुक्त गणों ने घर में घुसकर हथियारों के बल पर वादी के घर के सदस्यों को कमरे में बन्धक बनाकर जान से मारने की धमकी देते हुए लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। इसमें डकैतों ने घर पर रखी काफी मात्रा में नकदी एवं जेवरात लूट लिये थे।
डकैती में शामिल बदमाशों में से 08 अभियुक्तगणों महबूब पुत्र इमरान, मुनव्वर पुत्र नूर अली, शमीम पुत्र इदरीश, तहसीम क्रैशी पुत्र वाहिद कुरेशी, मो. रियाज पुत्र आमिर अहमद, नावेद पुत्र इकबाल, मेहरबान उर्फ बावला पुत्र फैयाज, वसीम उर्फ काला पुत्र शराफत को पूर्व में पुलिस ने मय माल (नकदी जेवरात) के गिरफ्तार कर लिया था। डकैती में शामिल 9वां कुख्यात अभियुक्त नफीस उर्फ सपाटा पुत्र अब्दुल अजीज ने गिरफ्तारी के डर से न्यायालय में आत्मसर्मपण कर दिया गया था। नफीस उर्फ सपाटा पुराना कुख्यात अपराधी है।
इस घटना का मुख्य आरोपित परवेज उर्फ बाबा हमेशा डकैती आदि करने के बाद घटना वाले स्थान से अलग अन्य किसी राज्य में अपने पुराने अभियोग में जमानत तुड़वाकर न्यायालय में आत्मसर्मपण कर देता था। इस कारण उससे अभियोग की माल बरामदगी भी नहीं हो पाती थी और वह मोबाइल फोन भी इस्तेमाल नहीं करता था। इस कारण इसको गिरफ्तार करना आसान नहीं था।
उत्तराखंड एसटीएफ की एक टीम इसको गिरफ्तार करने के लिए विगत 02 माह से दिल्ली, मुम्बई-महाराष्ट्र, चेन्नई, उप्र एवं राजस्थान आदि स्थानों पर डेरा डाले हुई थी। इसके बाद सूचना मिली कि परेवज उर्फ बाबा 06 जनवरी को अपने पिता से मिलने के लिये मेरठ आ रहा है, तो एसटीएफ टीम ने परवेज उर्फ बाबा को घर से पहले ही अब्दुलापुर चौराहा जेल रोड मेरठ से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।