देहरादून । उत्तराखण्ड कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि आगामी 22 जनवरी, 2024 को श्री राम जन्म भूमि अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य राम मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए खुशी का दिन है, परन्तु जिस प्रकार भारतीय जनता पार्टी के लोग मन्दिर निर्माण की आढ में राजनैतिक रोटियां सेकने का प्रयास कर रहे हैं वह उतने ही दुःख और शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म में किसी भी निर्माणाधीन भवन चाहे वह घर हो या मन्दिर तभी प्रवेश किया जाता है जब उसका निर्माण पूर्ण हो चुका हो परन्तु 2024 के लोकसभा चुनाव में राम मन्दिर के नाम की रोटी सेकने की चिंता में भाजपा सरकार आधे-अधूरे निर्माणाधीन मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा कर किस हिन्दू संस्कृति का परिचय दे रही है यह समझ से परे है।
डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि श्रीराम मन्दिर निर्माण का असली श्रेय ताला खुलवाकर राम लला के दर्शन का रास्ता खोलने वाले स्व. राजीव गांधी जी एवं मा. सर्वोच्च न्यायालय को जाता है परन्तु आज भाजपा के चाटुकारों में अपने कलयुगी अराध्य नरेन्द्र मोदी को श्रेय देने की होड लगी हुई है जो राम मन्दिर के नाम पर भोले-भाले लोगों की भावनाओं तथा आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं इससे शर्मनाक और कुछ भी नहीं हो सकता है। और तो और नरेन्द्र मोदी को मन्दिर निर्माण का झूठा श्रेय देने के लिए भाजपा के चाटुकारों द्वारा ढांचा तोड़ने वालों का नेतृत्व करने वाले डॉ. मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और लालकृष्ण आडवाणी को भी दूध में गिरी मक्खी की तरह फेंक दिया गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा देशभर में रामराज्य की बात केवल राजनैतिक भाषणों और एक धर्म विशेष के वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए की जाती है। जबकि राम राज्य का मतलब सब की खुशहाली, सभी को बराबर का अधिकार, नारियों का आदर सम्मान माना जाता है परन्तु इसके विपरीत आज जिस-जिस राज्य में भी भाजपा की सरकारें हैं वहां पर महिलाओं पर सबसे अधिक अत्याचार हो रहे हैं। गरीब, किसान और नौजवान पीडित हैं, बेरोजगार युवा सड़कों पर रोजगार के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं, गरीब आदमी दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में अंकिता भण्डारी जघन्य हत्याकांड में भाजपा नेता की संलिप्तता तथा हाल ही में मानवता को शर्मशार करने वाली बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में छात्रा के साथ सामूहिक दुःष्कर्म की घटना में भाजपा संगठन से जुड़े युवाओं की संलिप्तता से साफ उजागर होता है कि भाजपा की सरकारें राम राज्य नहीं रावण राज्य में विश्वास करती हैं तथा मर्यादा पुरूषोत्तम जिन्होंने मर्यादा का पालन करते हुए सिंहासन तक को त्याग दिया था, उस भगवान राम के नाम का केवल वोट के लिए उपयोग करते हैं जिन्हें भगवान राम कभी मॉफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की बात करने वाले बलात्कारी भाजपा नेताओं को तो प्राचीन भारत की सभ्यता से भी कोई लेना-देना नहीं है जहां पर विभिन्न देवियों के रूप में नारी को पूजा जाता है।