नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इस घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की गई है।
वकील अबू सोहैल ने वकील श्रुति बिष्ट के जरिये दायर याचिका में कहा है कि 13 दिसंबर को हुई इस घटना ने संसद की सुरक्षा की पोल खोल दी है। याचिका में मांग की गई है कि इस घटना की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए। याचिका में कहा गया है कि इस मामले में न्यायिक हस्तक्षेप की जरूरत है।
दरअसल, 13 दिसंबर को संसद की विजिटर गैलरी से दो युवक चैंबर में कूदे। कुछ ही देर में एक युवक ने डेस्क के ऊपर चलते हुए अपने जूतों से कुछ निकाला और अचानक पीले रंग का धुआं निकलने लगा। इस घटना के बाद सदन में अफरा-तफरी मच गई। हंगामे और धुएं के बीच कुछ सांसदों ने इन युवकों को पकड़ लिया और इनकी पिटाई भी की। कुछ देर के बाद संसद के सुरक्षाकर्मियों ने दोनों युवकों को कब्जे में ले लिया। संसद के बाहर भी दो लोग पकड़े गए, जो नारेबाजी करने के साथ पीले रंग का धुआं छोड़ रहे थे।