भोपाल। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नयी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करते हुए आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को अपने पद से त्यागपत्र सौंप दिया।
भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की पहली बैठक में डॉ मोहन यादव को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चौहान राजभवन पहुंचे और उन्होंने अपना त्यागपत्र सौंप दिया।
राज्य में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने का श्री चौहान के नाम एक अनोखा कीर्तिमान पहले ही बन चुका है। चौहान राज्य में लगभग 17 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे। राज्य में सोलहवीं विधानसभा का गठन हो गया है और भाजपा इस बार 163 सीट हासिल कर एक बार फिर से सरकार बनाने जा रही है। अब नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव होंगे। चौहान पहली बार 29 नवंबर 2005 को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
तब से अब तक वे मात्र कांग्रेस के 15 माह के कार्यकाल के अलावा इस पद पर काबिज रहे। राज्य में वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 230 में से 173 सीटों पर विजय हासिल करके तीन चौथाई बहुमत से सरकार बनायी थी और दस वर्ष पुरानी तत्कालीन दिग्विजय सिंह (Congress) सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंका था।
वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता दिलाने वालीं वरिष्ठ नेता उमा भारती ने 08 दिसंबर 2003 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन हुबली तिरंगा प्रकरण के चलते उन्हें लगभग साढ़े आठ माह में ही 23 अगस्त 2004 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा था।