रुड़की। बेहद कम वेतन या फिर मानदेय पर जान जोखिम में डालकर सच सामने लाने वाले पत्रकारों (journalists) को अपने काम के दौरान तनाव के दौर से गुजरना पड़ता है,वही नकारात्मक ( negative)खबरों का प्रभाव भी पत्रकारों की निजी जिंदगी पर पड़ता है,जिस कारण कई बार वे अवसाद तक का शिकार हो जाते है। पत्रकारों की इन्ही सब समस्याओं के समाधान ( solution) के लिए ब्रह्माकुमारीज संस्था उत्तराखंड में जगह जगह पत्रकारों को तनाव मुक्ति ( relaxation) के गुर सिखाने का अभियान चला रही है।
ब्रह्माकुमारीज ( Brahma Kumaris) के मिडियाविंग आजीवन सदस्य श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मीडिया को आध्यात्म से जोड़ने और पत्रकारों को राजयोग का अभ्यास कराकर उन्हें सकारात्मक पत्रकारिता के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।इसी अभियान के तहत 4 नवंबर को ‘शांति और सद्भावना की स्थापना के लिए आध्यात्म – मीडिया की भूमिका’ विषय पर एक मीडिया कांफ्रेंस हरिद्वार में आयोजित की जा रही है।
जिसमे हरिद्वार सेवा केंद्र प्रभारी बीके मीना दीदी पत्रकारों को राजयोग का अभ्यास कराएगी।वही 5 नवंबर रविवार को सुबह साढ़े दस बजे ‘सकारात्मक परिवर्तन के लिए जागरूक मीडिया’ विषय पर मीडिया सेमिनार एवं सम्मान समारोह ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र महावीर एनक्लेव रुड़की में केंद्र प्रभारी बीके गीता दीदी के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है।जबकि ‘ मूल्यनिष्ठ समाज निर्माण के लिए सकारात्मक पत्रकारिता’ विषय को लेकर 6 नवंबर को ऋषिकेश में आयोजन होगा।जिसमे केंद्र प्रभारी बीके आरती दीदी तनाव रहित पत्रकारिता का मार्ग सुझायेंगी।
वही 7 नवंबर को देहरादून के सुभाष नगर ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र पर मीडिया की नैतिकता, जवाबदेही और स्व-मूल्यांकन विषय पर राज्य स्तरीय मीडिया कांफ्रेंस आयोजित की जा रही है।जिसमे सब जोन प्रभारी बीके मंजू दीदी पत्रकारिता में आध्यात्म का महत्व समझाएंगी।
इन कार्यक्रमों में मीडिया कर्मियों , साहित्यकारों, लेखकों को आमंत्रित किया गया है। साथ ही पत्रकारों को उक्त विषयक खास टिप्स देने के लिए माउंट आबू से ब्रह्माकुमारीज मिडियाविंग के नेशनल मीडिया कॉर्डिनेटर राजयोगी डॉ बीके शांतनु भाई व राजयोगिनी शालिनी बहन विशेष रूप से पधार रहे है।राजयोगी बीके शांतनु भाई के संयोजन में राष्ट्रीय -अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देशभर में अनेक मीडिया कांफ्रेंस हो चुकी है,जिससे पत्रकारों में व्यापक सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है।इन कार्यक्रमों में समन्वयक की भूमिका राजयोगी बीके सुशील भाई निभा रहे है।