हांगझोउ । भारतीय महिला कबड्डी टीम (Indian Women’s Kabaddi Team) ने शनिवार को रोमांचक मुक़ाबले में चीनी ताइपे को 26-25 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। एशियाई खेलों (Asian Games ) के 72 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत ने पदकों की सेंचुरी पूरी की है। इसमें 25 स्वर्ण, 35 रजत और 40 कांस्य पदक शामिल है। इस बार एथलेटिक्स ( athletics )में प्रदर्शन सबसे शानदार रहा है जिसमें अकेले भारत को 29 पदक मिले हैं जबकि शूटिंग में भारत के खाते में 22 पदक आये हैं।
महाद्वीपीय प्रतियोगिता में भारत का तीसरा महिला कबड्डी खिताब था, जबकि चीनी ताइपे ने हांगझोउ में अपने 2018 के कांस्य को रजत में प्रोन्नत किया। स्वर्ण पदक (Gold Medal )मैच शुरुआती मैच की तरह ही कड़ा मुकाबला था। दूसरे हाफ में चीनी ताइपे ने भारतीय टीम को ऑलआउट कर दिया, हालांकि रेडिंग विभाग में भारत ने उन्हें पछाड़ दिया।
भारतीय महिला कबड्डी टीम ने इससे पहले हांगझोउ 2010 और इंचियोन 2014 में गोल्ड मेडल जीता था जबकि जकार्ता 2018 एशियन गेम्स में टीम को ईरान के ख़िलाफ़ हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। पुष्पा राणा और पूजा हाथवाला ने भारत के लिए रेड की शुरुआत की। एशियन गेम्स 2023 कबड्डी के ग्रुप स्टेज मुक़ाबलों में भारत ने चीनी ताइपे के ख़िलाफ़ पहला मैच ड्रॉ (34-34) खेला, और उसके बाद दक्षिण कोरिया (56-23) और थाईलैंड (54-22) को हराया था।