नयी दिल्ली । आज देश विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी( Prime Minister Narendra Modi) ने उन लोगों के संघर्षों को याद किया जिन्हें विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने के साथ ही अपना घरों को छोड़ने की त्रासदी से गुजरना पड़ा था।
श्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा , विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।
पंद्रह अगस्त-1947 को देश को आजादी मिलने के साथ बंटवारे का ऐसा दर्द भी मिला , जिसने देश की आत्मा को लहुलूहान कर दिया था। यह दुनिया की सबसे बड़ी मानव त्रासदियों में से एक है । लाखों परिवारों का जीवन अंधेरे में डूब गया। उन्हें जीवन की ऐसी यात्रा तय करनी पड़ी, जिसकी कोई मंजिल नहीं थी। इन परिवारों ने भी स्वतंत्रता का मूल्य चुकाया।
उनकी त्रासदी के स्मरण तथा वर्तमान एवं भावी पीढ़ी उनके बलिदानों से परिचित हो सके तथा स्वतंत्रता में उनकी आहुति की कीमत को समझ सके , इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति के रूप में मनाने का आह्वान किया है ।