नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव(Lok Sabha elections) से पहले बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती(mayawati) ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाते हुए उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में कराए जाने की मांग की। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि अब जब पटना उच्च न्यायालय ने बिहार सरकार द्वारा की जा रही जाति जनगणना को मंजूरी दे दी है, तो अब ध्यान उत्तर प्रदेश पर है जहां इसी तरह की जनगणना की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जाति जनगणना की मांग जोर पकड़ रही है लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि बसपा चाहती है कि पूरे देश में जातीय जनगणना हो।
मायावती ने आगे कहा कि सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने और समाज के कमजोर वर्गों को सामाजिक मुख्यधारा में लाने और राष्ट्र के समग्र विकास के लिए जाति जनगणना आवश्यक थी। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा,’ओबीसी समाज की आर्थिक, शैक्षणिक व सामाजिक स्थिति का सही ऑकलन कर उसके हिसाब से विकास योजना बनाने के लिए बिहार सरकार द्वारा कराई जा रही जातीय जनगणना को पटना हाईकोर्ट द्वारा पूर्णत वैध ठहराए जाने के बाद अब सबकी निगाहें यूपी पर टिकी हैं कि यहाँ यह जरूरी प्रक्रिया कब?’ उन्होंने आगे लिखा कि देश के कई राज्य में जातीय जनगणना के बाद यूपी में भी इसे कराने की माँग लगातार ज़ोर पकड़ रही है, किन्तु वर्तमान बीजेपी सरकार भी इसके लिए तैयार नहीं लगती है, यह अति-चिन्तनीय, जबकि बीएसपी की माँग केवल यूपी में नहीं बल्कि केन्द्र को राष्ट्रीय स्तर पर भी जातीय जनगणना करानी चाहिए।