ऑनलाइन सस्ता कर्ज देने वाले मोबाइल ऐप के जाल में फंसकर एक परिवार के चार लोगों ने दी जान
अश्लील वीडियो और मैसेज भेज कर 17 लाख की ब्लैक मेलिंग
भोपाल। मध्यप्रदेश में ऑनलाइन सस्ता कर्ज देने वाले मोबाइल ऐप के जाल में फंसकर एक परिवार के चार लोगों ने जान दी है। पति-पत्नी ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। वहीं, दो बच्चों की मौत संभवत: जहर के कारण हो गई है। पूरा मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र का है।
ऑनलाइन कर्ज देने वाली कंपनी के जालसाजों का शिकार रीवा का निवासी भूपेंद्र विश्वकर्मा भोपाल के रातीबड़ में रह रहा था। वह वर्क फ्रॉम होम के लालच में सस्ते कर्ज के झांसे में आ गया। ऑनलाइन लोन वाले वसूली के नाम पर ब्लैकमेल करने लगे और अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगे। आरोपियों ने ऐप डाउनलोड करवाकर उनका मोबाइल एवं लैपटॉप हैक कर लिया और उनके रिश्तेदारों सहित फोन में जितने भी कॉन्टेक्ट नंबर थे आरोपी सबको अश्लील वीडियो और मैसेज भेज कर 17 लाख रुपए की ब्लैक मेलिंग करने लगे। जिससे परिवार की हर जगह बदनामी होने लगी। ब्लैकमेलरों की लगातार प्रताड़ना से परिवार टूट गया और बुधवार देर रात भूपेंद्र ने पत्नी रितु, 9 साल के बेटे ऋषि राज एवं 3 साल के बेटे ऋतुराज के साथ आखिरी सेल्फी ली और आत्महत्या कर ली। मासूम बच्चों को पता ही नही था कि आज इस दुनिया में उनका आखिरी दिन है और कल का सूरज वह नही देख पाएगें।
आत्महत्या से पहले की सेल्फी में बच्चों की माँ की आंख में आँसू साफ देखे जा सकते है और दो मासूम बच्चों का चेहरा जिनको कुछ पता ही नहीं था कि आगे क्या होने वाला है।
सोचिए आरोपियों ने इस परिवार को कितना मजबूर कर दिया कि दंपति ने पहले अपने हाथों से अपने दो मासूम बच्चों को जहर दिया और फिर एक साथ फाँसी लगा ली। भूपेन्द्र ने सुसाइड नोट मे अपनी पूरी मजबूरी बयाँ की है जो बहुत ही दर्दनाक है। सुसाइड नोट का आखिरी पन्ना आपको सोचने के लिए जरुर मजबूर करेगा कि छोटी सी जरूरत के लिए जिंदगी का कैसे सौदा करना पड़ सकता है।
ऐसे ऑनलाइन लोन देने वाली कम्पनियों का ऐड बड़े-बड़े फिल्मस्टार और क्रिकेटर्स लोग करते है। लेकिन हमारी सरकारें ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए कोई कड़े कदम नही उठा पा रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों से आत्महत्या के मामले लगातार आ रहे है, जोकि बहुत बड़ी चिंता का विषय है।