चंडीगढ़ । हरियाणा व पंजाब में बारिश का पानी तबाही मचा रहा है। तबाही के इस मंजर में सेना के जवान, एनडीआरएफ की टीमें और वायु योद्धा राहतवीर की भूमिका में हैं। सेना के जवान और वायुवीरो द्वारा अब तक पांच हजार लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
हरियाणा के 11 और पंजाब के 14 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में न केवल सेना के जवान बल्कि वायु योद्धा भी लोगों को सुरक्षित निकाल रहे हैं बल्कि वायु सेना चिनूक व एम-17 हेलीकाप्टर के जरिये राहत सामग्री पहुंचा रही है। वायु सेना चिनूक, एम-17 हेलीकाप्टर के जरिये बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राशन, तिरपाल व चादरें, खाना-पानी व दवाइयां मुहैया करवा रहे हैं। एएन-32 और सी-130 परिवहन विमान आवश्यक संचालन के लिए स्टैंडबाय हैं।
भारतीय सेना के जवानों द्वारा अभी तक दोनों सूबों में 4700 लोगों का रेसक्यू किया जा चुका है। सेना के जवानों ने जालंधर, अंबाला, पटियाला, संगररू, अंबाला, पानीपत, करनाल, कैथल सहित दिल्ली के आईटीओ बीआर में बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला है। इसके साथ ही इंजीनियरिंग विंग की टीमें नदियों व नहरों के कटाव को पाटने में जुटी हुई है।
भारतीय वायु सेना बाढ़ प्रभावित राज्य हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश में बचाव संभाले हुए है। वायु सेना आपदा में राहत कार्यों को अमलीजामा पहना रही है। पिछले 48 घंटों में वायु सेना के हेलीकाप्टरों ने 40 उड़ाने भरी और 126 लोगों को बचाया। इसके साथ ही 17 टन राहत सामग्री वितरित की। पिछले 24 घंटों में हरियाण के बाढ़ प्रभावित इलाकों में आपरेशन रेसक्यू चलाया हुआ है, जिसमें निहारा, अलाउद्दीन माजरा, बिशनगढ़, सेगटा, भुन्नी, मुमनी, सेगटी और जनसुई गांवों को एम-17 हेलीकॉप्टरों द्वारा राशन, तिरपाल चादरें, ताजा भोजन और पानी की बोतलें सहित राहत सामग्री पहुंचाई गई है। यही नहीं वायु सेना के एम-17 व चिनूक हेलीकाप्टर के साथ एएन-32 और सी-130 उड़ान भरने के लिए हरदम तैयार है।