पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि वह आने वाले दिनों में अपनी पार्टी राजद प्रमुख लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मिलकर भाजपा की ‘सर्जरी’ करेंगे। दिल्ली में मौजूद लालू उन्हें लेकर वापस पटना लौट आए।
तेजस्वी यादव ने कहा, भाजपा के नेता बिहार के लोगों के बीच भ्रम पैदा कर रहे हैं कि महागठबंधन में दरारें दिखाई दे रही हैं और यह जल्द ही टूट जाएगा। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि महागठबंधन मजबूत और एकजुट है। हम लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम कर रहे हैं और हमारे और मुख्यमंत्री के बीच कोई मतभेद नहीं है
उन्होंने कहा, जब भी हम भाजपा को हराते हैं और उसे बिहार से बाहर फेंकते हैं, तो वे सीबीआई, ईडी और आयकर लेकर आते हैं और इन एजेंसियों का दुरुपयोग करते हैं। 2017 में सीबीआई ने मेरे ऊपर आरोपपत्र दाखिल किया था, उसका क्या हुआ? 6 साल बीत जाने के बाद कहां है जांच और कहां हैं एजेंसियां? पटना एक ऐसी जगह है जो क्रांति के लिए जानी जाती है।
पटना में 15 पार्टियों की बैठक के बाद वे डरे हुए हैं और इसलिए हताशा में मेरे खिलाफ ऐसा कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है कि सीबीआई ने मेरे खिलाफ कार्रवाई की है। जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो मेरे आवास और अन्य ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी हुई थी।
उन्होंने कहा, यहां तक कि तटस्थ पत्रकारों पर भी छापे पड़ रहे हैं। भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले तक महाराष्ट्र में कुछ नेता भ्रष्ट हैं। मगर जब वही नेता गठबंधन के साथी बन जाते हैं तो पाप धुल जाता है और गुणवान बन जाते हैं। ये भाजपा की पुरानी रणनीति है। मेरे खिलाफ दाखिल आरोपपत्र में कोई दम नहीं है, यह सिर्फ मुझे बदनाम करने का एक नया प्रोपेगेंडा है।