देहरादून। युवा कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आवास घेराव कार्यक्रम का त्रिवेंद्र समर्थक कार्यकर्ताओं ने मुंह तोड़ जवाब दिया।
त्रिवेंद्र समर्थक कार्यकर्ता सुबह 8:00 बजे ही बड़ी संख्या में पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे और उन्होंने वहां पर त्रिवेंद्र के समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी की और उनका विरोध करने डिफेंस कॉलोनी के गेट तक ही पहुंचे कांग्रेस के कुछ युवा कार्यकर्ताओं को करारा जवाब दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने पहुंचे कांग्रेेस के कुछ युवा कार्यकर्ता डिफेंस कॉलोनी गेट तक ही पहुंच पाये। त्रिवेंद्र सिंह रावत के आवास तक पहुंचने की वह हिम्मत नहीं जुटा पाए। और वहीं पर कुछ देर नारेबाजी के बाद वापस लौट गए जबकि त्रिवेंद्र के आवास पर उनके समर्थक कार्यकर्ता जिनमें धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा, अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता, महिलाएं, युवा और पूर्व सैनिक आदि कार्यकर्ता शामिल थे, अपराह्न तक आवास पर ही बैठे रहे।
मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस को गांधीजी के बारे में बोलने का कोई अधिकार ही नहीं है । गांधी जी ने देश की आजादी के समय कहा था कि कांग्रेस को विसर्जित कर देना चाहिए और साथ ही कहा था कि कांग्रेस एक सर्वदलीय मंच था जिसमें सभी विचारधारा के लोग शामिल है कांग्रेस तौ देश की आजादी के लिए बनी थी और देश आजाद होने के बाद उसकी भूमिका खत्म हो गई थी, इसलिए उसे खत्म कर देना चाहिए ।
गांधी जी ने कहा था कि हमें सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाना चाहिए । गांधी जी ने कहा था कि खादी पहनना चाहिए, आप बताएं कि कितने कांग्रेसी है जो सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चल रहे हैं और खादी पहन रहे हैं। कांग्रेसियों को गांधीजी के बारे में कुछ बोलने का अधिकार ही नहीं है ।
गांधीजी और गांधीजी की विचारधारा के लिए अगर किसी ने काम किया है तो वह भारतीय जनता पार्टी है। नाथूराम गोडसे को लेकर कहे गए बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं लेकिन जिनको आपत्ति है उन्हें फ्रीडम अट मिडनाइट पढ़ना चाहिए। गांधी जी ने जो सत्य के प्रयोग किए हैं उसको पढ़ना चाहिए।