वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार गरीबों की चिंता और सेवा करने वाली है।
इसीलिये काशी के विकास का जो रास्ता हमने चुना है, उसमें सुविधा भी है और संवेदना भी है। अपने संसदीय क्षेत्र को 1780 करोड़ रूपये की 28 विकास परियोजनाओं की सौगात देने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुये श्री मोदी ने कहा कि 2014 में यहां के लोगों ने काशी के विकास का संकल्प लिया था, उस समय कुछ लोगों का कहना था कि इस शहर के स्वरूप को बदला नहीं जा सकता।
यह एक असंभव कार्य है मगर पिछले नौ सालों के दौरान काशी ने विकास के नये आयाम स्थापित किये हैं। उन्होने कहा ‘‘ मुझे देश-विदेश में मिलने वाले लोग बताते हैं कि वो किस तरह विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण से मंत्रमुग्ध हैं। आज यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप-वे का शिलान्यस किया गया है। बनारस के चौतरफा विकास से जुड़े सैकड़ों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास हुआ है।
काशी के विकास की चर्चा आज पूरे देश और दुनिया में हो रही है। जो भी काशी आ रहा है वो यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है।’’ पीएम ने कहा ‘‘ आज केंद्र में जो सरकार है, यूपी में जो सरकार है वो गरीब की चिंता करने वाली सरकार है, गरीब की सेवा करने वाली सरकार है। आप लोग भले ही मुझे प्रधानमंत्री बोले, सरकार बोले लेकिन मोदी तो खुद को आपका सेवक ही मानता है।
मोदी ने कहा कि 2014 से पहले बैंकों में खाता खोलने में भी पसीने छूट जाते थे, बैंकों से ऋण लेना तो गरीब परिवार सोच भी नहीं सकता था। आज गरीब से गरीब परिवार के पास भी जनधन बैंक खाता है।
उसके हक का पैसा सरकारी मदद आज सीधे बैंक खाते में आती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास का जो रास्ता हमने चुना है, उसमें सुविधा भी है और संवेदना भी है। हमारा प्रयास यही है कि अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण में हर भारतीय का योगदान हो कोई भी पीछे ना छूटे।
काशी में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जो काम हो रहे हैं, उनसे भी सुविधाएं बढ़ेंगी और आने-आने के साधन बेहतर हो जाएंगे। काशी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ही फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आज बनारस की एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में भी बड़ा काम हुआ है।
बाबतपुर हवाई अड्डे में आज नए एटीसी टावर का लोकार्पण हुआ है। रोड हो, पुल हो, रेल हो, एयरपोर्ट हो, कनेक्टिविटी के तमाम नए साधनों ने काशी आना-जाना बहुत आसान कर दिया है, लेकिन अब हमें एक कदम और आगे बढ़ना है। श्री मोदी ने कहा कि यहां जो रोप-वे बन रहा है, इससे काशी की सुविधा और आकर्षण दोनों बढ़ेगा। हर महीने 50 लाख से अधिक लोग बनारस आ रहे हैं।
बनारस आने वाले लोग अपने साथ बनारस के हर परिवार के लिए आय के साधन ला रहे हैं। यहां आने वाले पर्यटक रोजगार और स्वरोजगार के साधन बना रहे हैं।आज काशी में पुरातन और नूतन दोनों स्वरूपों के दर्शन एक साथ हो रहे हैं। उन्होने कहा ‘‘ वाराणसी में एक चुनौती पीने के पानी की भी रही है।
आज यहां पीने के पानी से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का लोकापर्ण हुआ है और नई परियोजनाओं पर काम भी शुरू हुआ है। अब गंगा के दोनों तरफ पर्यावरण से जुड़ा बड़ा अभियान शुरू होने वाला है। सरकार का प्रयास है कि गंगा के दोनों तरफ पांच किमी. के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए।
इसके लिए इस वर्ष के बजट में भी ऐलान किए गए हैं। ’’ भोजपुरी अंदाज में अभिवादन के साथ अपने संबोधन की शुरूआत करते हुये मोदी ने कहा कि नवरात्रि का पुण्य समय है, आज मां चंद्रघंटा की पूजा का दिन है। ये मेरा सौभाग्य है इस पावन अवसर पर आज मैं काशी की धरती पर आप सब के बीच हूं। मां चंद्रघंटा के आशीर्वाद से आज बनारस की सुख-समृद्धि में एक और अध्याय जुड़ रहा है।