अगरतला । तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी सरकार पर जोरदार हमला करते हुए दावा किया कि पांच साल के अलोकतांत्रिक और भ्रष्ट शासन में त्रिपुरा को 50 साल तक पीछे खींच ले गयी।
बनर्जी ने धलाई जिले के कमलपुर और उत्तर त्रिपुरा के कदमतला में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए इस आशय की बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में त्रिपुरा में कोई अच्छी स्वास्थ्य सुविधा, शैक्षणिक संस्थान और बुनियादी ढांचा नहीं है – बल्कि अन्य राज्यों पर निर्भरता कई गुना बढ़ गई है।
टीएमसी प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे श्री बनर्जी ने मतदाताओं से भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ ईवीएम दबाने की अपील की, क्योंकि इसने पांच साल तक लोगों को धोखा दिया और जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीन लिया। उन्होंने कहा,‘‘भाजपा के पांच साल के दौरान त्रिपुरा का नुकसान कम्युनिस्टों के 25 साल के शासन से अधिक था।
भाजपा अपने राजनीतिक फायदे के लिए समाज को बांटने के लिए जाति, धर्म और साम्प्रदायिक भावनाओं से राजनीति करती है। त्रिपुरा सहित भाजपा शासित राज्यों में से कोई भी बंगाल में ममता बनर्जी सरकार द्वारा लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में सोचता भी नहीं है।
त्रिपुरा के लोगों को टीएमसी सरकार की जरूरत है जहां बंगााल की तरह ही स्वस्थ साथी, कन्या श्री, लक्ष्मी भंडार, छात्रों के क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं लोगों को दी जाएंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा 2018 में विकास के झूठे वादों के साथ सत्ता में आई थी और उसके बाद जब लोगों ने चुनावी वादों के उल्लंघन पर सवाल उठाना शुरू किया तो उन्होंने हिंसा और हमलों का सहारा लिया।
बनर्जी ने कहा,‘‘भाजपा के अलावा किसी भी राजनीतिक दल को किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम को आयोजित करने की अनुमति नहीं थी, लोग सरकार से फासीवादी हमले का सामना कर रहे थे और जब मीडिया ने शासन पर कुछ प्रतिकूल लिखा, मीडिया के लोगों पर हमला किया गया और पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव की विफलता की आलोचना करने के लिए अखबारों के कार्यालयों में आग लगा दी गई।’
20121 में शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल से आना पड़ा था, जब किसी अन्य पार्टी को अपने राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने और लोगों की पीड़ा के अलावा खड़े होने की अनुमति नहीं थी। पुलिस भाजपा के गुंडे ने मेरे पहले दौरे पर मुझ पर हमला किया गया और हमारे नेताओं को झूठे मुकदमों में सलाखों के पीछे डाल दिया गया, लेकिन हम पीछे नहीं हटे।
उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में टीएमसी के प्रवेश ने तत्कालीन मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव के सभी भ्रष्टाचारों को उजागर किया था, जिसने भाजपा को मुख्यमंत्री बदलने के लिए मजबूर किया और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा कांग्रेस जैसी अन्य पार्टियों को अपनी गतिविधियां शुरू करने का साहस मिला।
बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने वोट खरीदने और विपक्षी मतदाताओं को डराने के लिए पहले ही घर-घर जाकर अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने सलाह दी, ‘‘मैं आप सभी से अनुरोध करती हूं कि अगर भाजपा नकदी लेकर जाती है तो कृपया इसे स्वीकार करें और अधिक राशि के लिए सौदेबाजी करें लेकिन उन्हें वोट न दें।
यदि वे सफल हुए तो वे आपको प्रताड़ति करेंगे और अगले पांच वर्षों तक आपके दैनिक जीवन में हस्तक्षेप करेंगे। आज वे जो नकद दे रहे हैं, वह आपका पैसा है। अवैध रूप से उन्होंने इसे आपकी विकास परियोजना से अर्जित किया। पैसा लो लेकिन भाजपा को वोट मत दो।