रुडक़ी। बेटी को स्कूल छोडऩे के बाद सिंचाई विभाग की महिला वैज्ञानिक ने अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पड़ोस में रहने वाली महिला ने दरवाजा खटखटाया तो कोई आवाज न आने पर संदेह हुआ। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो महिला फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है। मृतक महिला वैज्ञानिक का पति आइटीबीपी में तैनात है। जो दो दिन पहले ही घर से ड्यूटी पर गया था।गंगनहर कोतवाली अंतर्गत आइआरआइ कालोनी निवासी व सिंचाई विभाग में वैज्ञानिक सहायक के पद पर तैनात मनीषा (35 वर्ष) पत्नी सन्नी सिंह के आवास का दरवाजा भीतर से बंद था।
पड़ोस में रहने वाली एक महिला किसी काम से उसके पास गई। लेकिन दरवाजा खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। काफी देर तक भी जब दरवाजा नहीं खुला तो महिला ने इस बात की जानकारी अन्य पड़ोसियों को दी। उन्होंने भी काफी आवाज लगाई और दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। अनहोनी की आशंका में पड़ोसियों ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी। सूचना पर गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्यपाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने जैसे-तैसे दरवाजा खोला।
जब पुलिस टीम भीतर गई तो महिला का शव पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने शव को नीचे उतारा। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। इंस्पेक्टर ऐश्वर्या पाल ने बताया कि महिला का पति आईटीबीपी में तैनात है। वह छुट्टी पर आया हुआ था। दो दिन पहले ही वह वापस ड्यूटी पर गया है। महिला की एक बेटी है।
सुबह के समय वह बेटी को स्कूल छोडक़र आई। महिला आज ऑफिस नहीं गई थी। बेटी को स्कूल छोड़ने के बाद से वह घर का दरवाजा बंद करके अंदर चली गई थी। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है। कोई सुसाइड नोट भी अभी नहीं मिला है। मामले की जांच पड़ताल अभी चल रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।