ऋषिकेश ।श्री भरत मंदिर ऋषिकेश में बर्ह्मलीन महंत अशोक प्रपन्नाचार्य की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के पांचवें दिन व्यास पीठ से डा.कमलदास वेदांती ने सत्संग का महत्व, भगवान राम की महिमा, दानबीर बलि की दानशीलता, सहित संस्कारों का महत्व, महर्षि जमादग्नि की कथा, कंस के जीवन के विभिन्न पक्षों, देवकी वसुदेव विवाह प्रसंग का वर्णन किया।
बताया कि किस तरह आकाश मार्ग से हुई भविष्य वाणी से कंस का मनोभाव बदल गया वह अपनी बहिन देवकी के वध हेतु तलवार उठाने लगा।आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित उनके साथ बड़ी संख्या अतिथिगण कथा श्रवण को पहुंचे। इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को कथा श्रवण की व्यास पीठ से आशीर्वाद लिया।
आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने व्यास पीठ पर विराजमान डा. राम कमलदास वेदांती से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा, गंगा सभा अध्यक्ष हर्षवर्धन शर्मा,वरूण शर्मा, सुबोध भंडारी, आदि मौजूद रहे।