नयी दिल्ली। टैक्सी क्षेत्र में व्यापार करने वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनी उबर ने अपने अभियान ‘स्टैंडिंग फॉर सेफ्टी’ के तहत तकनीक आधारित फीचर पेश किए हैं। उबर इंडिया के अधिकारियों ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कंपनी ने ग्राहकों के लिए आडियो रियर सीटबेल्ट रिमांइडर पेश किया है जिससे पीछे की सीट पर बैठे लोगों और चालक को यात्रा की शुरुआत में सीटबेल्ट लगाने की सूचना दी जाएगी।
कंपनी के एसओएस इंटीग्रेशन से चालक और यात्री आपातकालीन स्थिति में एक बटन दबाकर स्थानीय पुलिस स्टेशन से जुड़ जाएंगे। यह सुविधा अभी केवल हैदराबाद में है जिसे देश के प्रमुख शहरों में जल्द शुरू किया जाएगा। दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त महेश भारद्ववाज ने इस मौके पर कहा कि उबर बहुत अच्छी सेवा प्रदान कर रही है और दिल्ली पुलिस यात्रियों की सुरक्षा आदि मामलों में उबर के साथ पूरा सहयोग करेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं जिन्हें चिह्नित करते हुए उन पर लगाम लगाने की जरूरत है। शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों पर भी सख्त नजर रखी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं सहित सभी यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा करना आवश्यक है और उम्मीद है उबर इसको लेकर पूरी गंभीरता दिखायेगी। कंपनी के सुरक्षा परिचालन के प्रमुख (भारत और दक्षिण एशिया) सूरज नायर ने कहा, ‘‘हमारे ग्राहकों को सुरक्षा देने से बढ़कर हमारे लिए कुछ और महत्वपूर्ण नहीं है।
अपने प्लेटफॉर्म पर यात्रियों और चालकों को सुविधाएं देने के लिए उबर लगातार कार्य कर रही है। हम इन सुविधाओं को पेश करते हुए अच्छा महसूस कर रहे हैं। हमारा मानना है कि सुरक्षा कभी रुकनी नहीं चाहिए और हमारे प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा में वृद्धि के लिए कार्य चलते रहेंगे।
नायर ने कहा कि उबर ने राइडचेक 3.0 भी शुरू किया है जिसमें गाड़ी अधिक समय तक रुके रहने पर एक सूचना दी जाएगी जिसमें पूछा जाएगा, क्या सब ठीक है। इसके अलावा रिवैम्पड़ सेफ्टी टूलकिट और एक्सपेंडेड सपोर्ट जैसे फीचर में सुधार किए गये हैं। उन्होंने कहा कि नये फीचर ग्राहकों के लिए यात्रा को तकनीक और मानव हस्तक्षेप से सुरक्षित बनाने की कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।