इंदौर।मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा कि राज्य में वर्ष 2018 में बनी कमलनाथ सरकार गिराने वाले अगर पैसे से खरीदे गए तो उन पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए। गांधी आज अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान इंदौर के करीब बरौली में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार गिराने वालों की दोबारा कांग्रेस में वापसी के संबंध में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के प्रदेश नेतृत्व से पूछा जाना चाहिए।
हालांकि इसके साथ ही उन्होंने अपना मत देते हुए कहा कि अगर वे लोग पैसे से खरीदे गए तो उन पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए। राज्य में वर्ष 2018 में श्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार का गठन हुआ था। ये सरकार 15 महीने चली, जिसके बाद मार्च 2020 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में कांग्रेस के 22 विधायकों ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लिया।
इस घटनाक्रम के चलते कांग्रेस सरकार गिर गई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य में एक बार फिर भाजपा सरकार का गठन हुआ। श्री गांधी इसी घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। एक अन्य सवाल के जवाब में श्री गांधी ने कहा कि उनकी यात्रा को जिस प्रकार की प्रतिक्रिया मध्यप्रदेश में मिल रही है, वह दूसरे राज्यों से कहीं आगे है। उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश के लोगों में ये यात्रा गहराई तक प्रवेश कर गई है।