तिरुचिरापल्ली। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर केंद्रीय जेलों से शनिवार शाम को रिहा किये गये पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी हत्याकांड के चार दोषियों को विशेष शिविर में रखा गया है। इनमे ज्यादातर श्रीलंकाई विदेशी नागरिक हैं जो तिरुचिरापल्ली सेंट्रल कारागार में थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुरुगन, संथन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार, सभी श्रीलंकाई नागरिकों को शनिवार देर रात वेल्लोर केंद्रीय कारागार और चेन्नई के पुझाल केंद्रीय कारागार से कड़ी सुरक्षा के बीच तिरुचिरापल्ली लाया गया और विशेष शिविर में रखा गया।
शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को नलिनी और रविचंद्रन सहित सभी छह दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया, जो मामले में लगभग तीन दशकों से आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। यह देखते हुए कि एक अन्य दोषी ए जी पेरारीवलन को रिहा करने का उसका पिछला आदेश उन पर समान रूप से लागू था। पेरारिवलन इसी साल मई में रिहाई हुई थी।
जहां मुरुगन और संथन को एक कमरे में रखा गया था, वहीं रॉबर्ट पायस और उनके बहनोई जयकुमार को शिविर के अंदर दूसरे कमरे में रखा गया है। शिविर के अन्य विदेशी सहवासियों पर लागू नियमों के अनुसार उन्हें शिविर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सुरक्षा कारणों से शिविर के अंदर और बाहर तमिलनाडु विशेष पुलिस बटालियन के कर्मियों सहित 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।