देहरादून। कांग्रेस हमलावर हुई तो भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम अपने बयान से पलट गए हैं। दुष्यंत कुमार गौतम ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा था कि कांग्रेसी मंदिरों में लड़कियां छेड़ने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का प्रयोग कांग्रेसी चाहते हैं, उससे हमें कोई दुख नहीं है, पर दुख उनकी विचारधारा से है। कांग्रेस सनातन धर्म का विरोध करती है व उसके कार्यकर्ता मंदिरों में लड़की छेडने जाते हैं।
अब जब कांग्रेस हमलावर हुई तो दुष्यंत गौतम ने सफाई दी। कांग्रेस से मंदिर जाने की नीयत पर अपने नेता से मंशा पूछने का आग्रह किया। गौतम ने कहा कि उन्होंने पूर्व मे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान और सोच पर टिप्पणी की थी, निजी राय रखी थी।
उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि कांग्रेसी इसका जवाब अपने नेता से पूछे की वह मंदिर किस उद्देश्य से जाते हैं पार्टी प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए दुष्यंत गौतम ने कहा कि उन्होंने तो राहुल गांधी के उस बयान को उद्धृत किया था जिसमें उन्होंने मंदिर जाने वालों को लड़की छेड़ने वाला बताया था ।
उन्होने विरोध पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि उनकी दिनचर्या और जीवन शैली सनातन है। उनका पूर्ण विश्वास है कि मंदिर में लोग पवित्र विचार लेकर जाते हैं । उन्हे राहुल गांधी को बताना चाहिए कि वह मंदिर में गलत उद्देश्यों से नहीं जाते हैं उन्हे ही शक है कि मंदिर में लोग लड़कियां छेड़ने जाते हैं ।
बकौल गौतम कांग्रेस तो यहां तक कहती है कि भगवान राम थे ही नहीं।
अब वे इस परिपाटी का अध्यक्ष ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, जो कहते हैं कि सनातन धर्म आ जाएगा तो देश के अंदर हाहाकार मच जाएगा। हिन्दुत्व बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रभु श्री राम को नहीं मानते, उनके जन्म स्थान को को नहीं जानते, रामसेतु को काल्पनिक बोलते नहीं कोर्ट में हलफनामा देते है उनमें मंदिर की पवित्रता का ज्ञान होने की उम्मीद रखना बेमानी है।