देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड के सीमावर्ती जिलों चमोली पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग में लीसा चोरों और कीड़ा जड़ी के तस्करों पर सरकार द्वारा कड़ी नजर रखे जाने की मांग की है।
चमोली जनपद में लिसा चोरों के एक गिरोह के पकड़े जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने आज यहां कहा कि उत्तराखंड की बहुमूल्य जड़ी बूटियां और वनों से जुड़ी कीमती वस्तुएं आज चोरों और तस्करों के लिए स्वर्ग पहुंचने का संसाधन बन गई है और करोड़ों अरबों रुपए की इस संपत्ति का इन तस्करों द्वारा दोहन किया जा रहा है।
उन्होंने इसमें प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत वह राजनीतिक संरक्षण का आरोप लगाते हुए सरकार से मांग की है कि वह लीसा चोरों और कीड़ा जड़ी माफियाओं को गिरफ्त में लेने के लिए सख्त कार्रवाई करें जिससे पहाड़ों में पैदा होने वाली अमूल्य संपदा का राज्य के हित में उपयोग हो सके और इस वन संपदा की लूट से राज्य को बचाया जा सके। उन्होंने इन बहुमूल्य 1 संपत्तियों आयुर्वेदिक औषधियों के लुटेरों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल भेजने का भी सुझाव दिया।