भितिहरवा । देश के लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने के बाद अब अपने लिए राजनीतिक जमीन तलाश रहे प्रशांत किशोर ने ‘जन सुराज’ की संकल्पना के साथ बिहार के पश्चिम चंपारण जिले स्थित भितिहरवा गांधी आश्रम से करीब 3500 किलो मीटर की पदयात्रा की शुरुआत करते हुए कहा कि राज्य में वह एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना चाहते हैं लेकिन जब इसके लिए सही व्यक्ति मिलेगा तभी वह पार्टी बनाएंगे ।
प्रशांत किशोर ने पदयात्रा की शुरुआत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य है समान विचार वाले सभी लोगों को एक साथ जोड़ना और सबके सामूहिक प्रयास से बिहार में व्यवस्था परिवर्तन करना और बिहार को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल करना।
उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा के माध्यम से बिहार के विकास के लिए अगले 15 सालों का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। यह विजन डॉक्यूमेंट विकास के 10 बड़े मानकों जैसे की शिक्षा, स्वास्थ, बेरोजगारी, कृषि आदि मुद्दों पर तैयार होगा । चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि उन्होंने यह करने का फैसला सोच समझकर किया है । बिहार में 30 40 वर्षों में कुछ नहीं बदला है ।
वर्ष 1990 में भी बिहार राज्य गरीब था और आज भी गरीब है । वह बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि वह किसी के लिए वोट मांगने नहीं आए हैं । वह आम लोगों के बीच से ही किसी को जिता कर जनप्रतिनिधि बनाना चाहते हैं ताकि वह लोगों की चिंता करे । बिहार की स्थिति तभी बदलेगी जब जनता की समस्या को लोग समझेंगे ।
श्री किशोर ने कहा,” मुझे कुछ आता है या नहीं आता है लेकिन चुनाव लड़ाना जरूर आता है । आप अपने बीच से जिसे चुनेंगे उसे हम जिताएंगे । जब चुनाव लड़ेंगे तो दांत खट्टे कर देंगे । डेढ़ साल तक पैदल चलकर आपकी समस्याओं को समझूंगा और उसके बाद बिहार के विकास के लिए अगले 15 सालों का विजन डॉक्यूमेंट तैयार करूंगा ।
उन्होंने आगे कहा,”अभी दल नहीं बनाया है जब सही व्यक्ति मिलेगा तब दल बनाऊंगा । जो दल बनेगा वह मेरा नहीं बल्कि सभी का होगा और उसमें परिवारवाद नहीं चलेगा।
चुनावी रणनीतिकार ने इस मौके पर ऐलान किया कि भितिहरवा गांधी आश्रम के समीप स्थित कस्तूरबा गांधी मिडिल स्कूल को जब तक सरकार से मान्यता नहीं मिल जाती है, तब तक वहां पढ़ाई कर रही बच्चियों की शिक्षा का जिम्मा वह उठाएंगे। किशोर ने पदयात्रा के पहले दिन 10 कि. मी. का सफर पैदल तय किया ।
भितिहरवा गांधी आश्रम से पैदल चलते हुए वह और उनके साथ सैकड़ों पदयात्री रात्रि विश्राम के लिए गौनहा प्रखंड मुख्यालय पहुंचे । तीन अक्तूबर को पदयात्रा की शुरुआत यहीं से होगी। इससे पहले श्री किशोर सुबह पटना से सकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ भितिहरवा रवाना हुए।
रास्ते में बिहार के 38 जिलों से आए बड़ी संख्या में लोगों ने हाजीपुर,मुजफ्फरपुर,मोतिहारी और बेतिया में उनके साथ जुड़ते चले गए । भितिहरवा पहुंचने के बाद श्री किशोर सबसे पहले गांधी आश्रम पहुंच कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।