पटना। भाजपा के अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थियों का मुद्दा उठाया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री (पीएम) बनने के लिए इतने व्याकुल हो गये हैं कि अब प्रदेश के शिक्षित युवाओं का भविष्य दाव पर लगाने से भी नहीं चूक रहे हैं।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों से आज बात करने पर पता चला है कि मंख्यमंत्री कुमार की सरकार के उच्च अधिकारी अब उन्हें कोई दूसरा कोर्स करने या दूसरी नौकरी ढूंढने की सलाह देने लगे हैं। वहीं, शिक्षा मंत्री उन्हें प्रधानमंत्री से जाकर रोजगार मांगने की सलाह दे रहे हैं। सरकार की संवेदनहीनता का इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि पिछले छह महीने से वह भावी प्रधानमंत्री बनने की निजी महत्वकांक्षा में इन बच्चों का काम नहीं कर रहे थे लेकिन अब तो वह महागठबंधन के साथ हैं, अब वह क्यों देर कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने शिक्षक बहाली रोकने को श्री कुमार के प्रधानमंत्री बनने की दूरगामी योजना का हिस्सा बताया और कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के समय ही इन बहालियों को लाने की बात तय हो चुकी थी, जिसे लेकर जुलाई 2022 में विज्ञप्ति भी जारी की गयी थी लेकिन इसी बीच श्री कुमार के मन में पाप आ गया और युवराज का चेहरा चमकाने के लिए उन्होंने इन बहालियों को साजिशन रोक दिया और अब यह बहालियां उनके भविष्य के प्रचार और प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा की भेंट चढ़ रही है।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों को बताया गया है कि अब अप्रैल 2023 में नियोजन की विज्ञप्ति फिर से निकाली जायेगी। इससे साफ है कि श्री कुमार इन नियुक्तियों को लोकसभा चुनाव तक अटकाएंगे फिर चुनाव से पहले इसकी घोषणा कर अपनी पीठ खुद से थपथपाएंगे।
यदि इस बीच अभ्यर्थियों ने अपनी मांग उठाई तो उन्हें फिर से लाठी से पिटवाएंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार यह जान ले कि बिहार के युवाओं के भविष्य के सवाल पर भाजपा चुप नहीं बैठने वाली। उनकी सरकार से मांग है कि बिना देर किये प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थियों के सातवें चरण के बहाली के लिए विज्ञप्ति और शेड्यूल हर हाल में अक्टूबर में जारी करे। इसके अलावा जो शिक्षक अभ्यर्थी पिछले तीन साल से सारी अहर्ताएं पूरी कर के सातवें चरण की बहाली का इंतजार कर रहे हैं उनकी नियुक्ति इस साल के अंत तक हर हाल में की जाए।