देहरादून। एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने आज बताया कि कंपनी ने मैसर्स टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड के साथ गुजरात के राघनेस्दा में 100 मेगावाट सौर विद्युत परियोजना के लिए इंजीनियरिंग प्रापण और निर्माण अनुबंध हस्ताक्षरित किया है।
612.71 करोड़ रुपए के इस अनुबंध में संयंत्र का तीन वर्ष के लिए व्यापक संचालन और रखरखाव सहित एसजेवीएन को कमीशन किए गए सोलर प्लांट की आरंभ से अंत तक की आपूर्ति शामिल है।
नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन ने गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जीयूवीएनएल) की ओर आयोजित टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से 2.64 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर इस परियोजना को हासिल किया था। इस परियोजना को वर्ष 2023 में कमीशन किया जाना है और 28.8 प्रतिशत क्षमता उपयोग फैक्टर के साथ 252 मिलियन यूनिट का वार्षिक ऊर्जा उत्पादन करेगी। इस परियोजना से उत्पादित विद्युत को 25 वर्षों के लिए जीयूवीएनएल द्वारा खरीदा जाएगा जिसके लिए 03 जनवरी 2022 को पीपीए पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
एसजेवीएन के कार्यकारी निदेशक सलिल शमशेरी और मेसर्स टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड के प्रमुख वेपुल जैन द्वारा अनुबंध समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर एसजेवीएन और मेसर्स टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
वर्तमान में, नवीकरणीय परियोजनाओं के विकास पर मुख्य फोकस के साथ एसजेवीएन के पास लगभग 42 हज़ार मेगावाट का पोर्टफोलियो है। एसजेवीएन ने हाल ही में राज्य में 10 हज़ार मेगावाट सौर परियोजनाओं के विकास के लिए राजस्थान सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा, एसजेवीएन ने पंजाब राज्य में 5000 मेगावाट की सौर परियोजनाओं को विकसित करने में भी गहन रुची व्यक्त की है। इन हाल ही की उपलब्धियों के साथ, एसजेवीएन वर्ष 2023 तक 5 हज़ार मेगावाट, 2030 तक 25 हज़ार मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50 हज़ार मेगावाट स्थापित क्षमता के अपने साझा विजन को हासिल करने की ओर अग्रसर है।