नयी दिल्ली। केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने सरपंचों/ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर उनसे नये राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया में सभी ग्राम पंचायतों की भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
संशोधित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित करने की प्रक्रिया 10 सितंबर से प्रारंभ होंगी। प्रविष्टियों को आनलाइन जमा करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। सिंहने पत्र में बताया है कि राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों का प्रारूप, प्रक्रियाएं तथा श्रेणियां व्यापक रूप से संशोधित की गई हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीयकरण और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीसी) की प्राप्ति जैसे विषयों में ब्लॉक, जिला, राज्य तथा राष्ट्रीय स्तरों पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पंचायतों को मान्यता प्रदान की जाएं, सम्मानित और प्रोत्साहित किया जाए।
उन्होंने बताया कि पंचायतों में स्थानीयकरण तथा सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की गति तेज करने के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के प्रारूप तथा श्रेणियों में काफी संशोधन किया गया है और बहु-स्तरीय स्पर्धा कराने के लिए इन्हें सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के नौ विषयों के साथ जोड़ा गया हैं।
ये विषय- गरीबीमुक्त तथा परिष्कृत आजीविका ग्राम, स्वस्थ ग्राम, बाल अनुकूल ग्राम, पर्याप्त जल ग्राम, स्वच्छ और हरित ग्राम, गांव में स्वावलंबी अवसंरचना, सामाजिक रूप से सुरक्षित तथा सामाजिक रूप से न्याय आधारित ग्राम, सुशासन के साथ ग्राम, महिला अनुकूल पंचायत हैं।