कोलकाता। ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद अभिषेक बनर्जी को दो सितंबर को यहां साल्ट लेक स्थित अपने कार्यालय में तलब किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि ईडी ने एक अधिसूचना जारी की है और राजनेता को आगामी पूर्वाह्न 11 बजे अपने सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित कार्यालय में पेश होने के लिए कहा है।
ईडी पहले ही श्री बनर्जी से दिल्ली कार्यालय में पूछताछ कर चुकी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे बनर्जी इस घोटाले के सिलसिले में मार्च में नयी दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में केंद्रीय एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे।
उच्चतम न्यायालय के एक आदेश में जांच एजेंसी को बताया गया कि अगर बनर्जी से पूछताछ करने की जरूरत है तो ईडी के अधिकारी कोलकाता में ऐसा कर सकते हैं। ईडी ने कथित कोयला तस्करी मामले में कोलकाता में श्री अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से भी पूछताछ की है।
ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज नवंबर 2020 की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया जिसमें आसनसोल और उसके आसपास पश्चिम बंगाल के कुनुस्तोरिया एवं कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी का आरोप लगाया गया है।
इससे पहले श्री बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में कहा कि केंद्रीय एजेंसी उन्हें तलब कर सकती है। उन्होंने कहा, हमने देखा कि कैसे सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने यहां एक महिला के साथ बलात्कार किया।
यह नरेंद्र मोदी और अमित शाह का नया भारत है। बीएसएफ और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में हैं। उनकी नाक के नीचे से मवेशी तस्करी और कोयले की तस्करी होती है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बीएसएफ से क्यों नहीं पूछते हैं कि मवेशियों की तस्करी कैसे होती है? क्या यह पैसा सीधे दिल्ली जा रहा है?’’ टीएमसी के महासचिव ने दावा किया, यह मवेशी घोटाला नहीं है। यह गृह मंत्री शाह का भ्रष्टाचार है।