देहरादून। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम हरीश रावत ने कांग्रेस के लोगों को नसीहत दी है कि यदि उन्हें अच्छा संगठनकर्ता बनना है तो क्रोध का त्याग करना होगा। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर यह नसीहत दी है।
रावत की इस नसीहत को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्होंने यह प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के लिए इशारा किया है। रावत ने कहा है कि अच्छे संगठनकर्ता के लिए आवश्यक है कि वह क्रोध को पूरी तरीके से निगल जाए। वे आगे लिखते हैं कि अहंकार का संगठन से बैर है।
रावत ने ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा है कि हमें यदि एक अच्छा संगठनकर्ता बनना है तो क्रोध और अहंकार का पूर्णत: तिरस्कार करना पड़ेगा। इसके लिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का उदाहरण देते हुए कहा है कि शिष्टाचार घोर विरोधियों से भी सीखना पड़ता है।
हमारे राजनीतिक विरोधी ह्यश्री और जीह्य का भरपूर उपयोग करते हैं। हमें यह सीख लेनी ही पड़ेगी। इस संदेश से लग रहा है कि वे प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा या फिर उनके साथ काम कर रही टीम के व्यवहार से आहत हैं।