बरसात कम होते ही चारों धामों में तीर्थयात्रियों की आमद पुन: बढ़ी
सवा उनतीस लाख से अधिक पहुंची चारधाम यात्रियों की संख्या
देहरादून। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या बरसात के बाद अब धीरे-धीरे बढ़ रही है अब चारो धामों में बारिश कम हो गयी है श्रद्धालु निरंतर पहुंच रहे है। आज तक 29लाख 27 हजार छ: सौ आठ तीर्थयात्री उत्तराखंड चारधाम दर्शन हेतु पहुंच गये है। मानसून के प्रभाव से यात्रा में कमी देखी गयी ।
पुनः यात्रियों की संख्या बढ़ रही है।चारों धामों में यदा -कदा हल्की बारिश है लेकिन आज मौसम सामान्य रहा है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिरोबगड़ में राष्ट्रीय राज मार्ग सुचारू है। गया है ।
शिरोबगड़,लामबगड़ एवं पागलनाला जैसे भूस्खलन जोन आजकल शांत हो गये हैं। फलस्वरूप यात्रा सुचारू है। केदारनाथ हेली सेवा बारिश से आंशिक रूप से प्रभावित हुई लेकिन बरसात में भी हेली सेवा जारी रही मानसून के कारण अधिकांश हेलीकंपनियों ने सेवा बंद कर दी है।
मौसम के प्रतिकूलता के बावजूद रहने पर दो- तीन हेलीकॉप्टर सेवा निरंतर चल रही है। गंगोत्री राजमार्ग सुचारू है यमुनोत्री राजमार्ग सुचारू है। आज सुबह गंगोत्री राजमार्ग आंशिक बाधित रहा।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से आज तक 1077475 तीर्थयात्री धाम पहुंच गये। श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से आज तक 1018087 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच गये।इसमें हेलीकॉप्टर से पहुंचे 90730 तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
श्री यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक362587 तथा श्री गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक 469459 तीर्थयात्री यमुनोत्री पहुंच गये है।अभी तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग-2095562 है ।
श्री यमुनोत्री -गंगोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 832046 रही। आज तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 2927608( उनतीस लाख सत्ताईस हजार छ: सौ आठ ) है। बृहस्पतिवार शाम तक श्री बदरीनाथ 1585 केदारनाथ, 1692 गंगोत्री तथा यमुनोत्री 1007 श्रद्धालु पहुंचे।
कपाट खुलने की तिथि 22 मई से अभी तक श्री गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब एवं लोकपाल तीर्थ पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 203685 रही है।श्री हेमकुंट मे मौसम सर्द है बावजूद हेमकुंट यात्रा सुचारू है।
चारों धामों में मानसून की दस्तक के साथ ही प्रतिदिन के यात्रियों की संख्या में गिरावट आयी थी लेकिन पुनः यात्रा को गति मिली है। यात्रा निरंतर चल रही है।
प्रदेश सरकार, पुलिस-प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पर्यटन, बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा यात्रियों से अपील की जा रही है कि मौसम के अलर्ट सहित बारिश- भूस्खलन तथा सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रा मार्गों पर आगे बढ़े। अधिक बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों में रूक जाये। रात्रि के समय यात्रा में सावधानी रखें।
उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा-सुरक्षा हेतु तीर्थयात्रियों के पंजीकरण को अनिवार्य किया है तीर्थयात्री उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट से घर बैठे आनलाइन पंजीकरण के अलावा हरिद्वार ऋषिकेश के अलावा भी चारधाम के सभी फिजीकल रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर फोटोमेट्रिक आनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम तीर्थयात्रियों के आंकड़े श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति/ पुलिस- प्रशासन/ आपदा प्रबंधन / गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधन ट्रस्ट के सहयोग से लोकसूचनार्थ तथा मीडिया तक चारधाम यात्रा संबंधित आंकड़ों की जानकारी पहुंचाने के मद्देनजर जारी किये गये हैं।