बिहार : 31 विधायकों को दिलाई गई मंत्री पद की शपथ , मंत्रियों के बीच हुआ विभागों का बंटवारा

पटना राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में मंगलवार को 31विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नई महागठबंधन सरकार में आज मंत्रिमंडल विस्तार के कुछ देर बाद ही मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया।

मुख्यमंत्री श्री कुमार ने सामान्य प्रशासन, गृह विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन के साथ ही ऐसे सभी विभाग अपने पास रखे हैं, जो किसी को आवंटित नहीं हैं। इसी तरह उप मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के पास स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं आवास एवं ग्रामीण कार्य विभाग हैं। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विजय कुमार चौधरी को वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य, विजेंद्र प्रसाद यादव को ऊर्जा तथा योजना एवं विकास, अशोक चौधरी को भवन निर्माण, श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, लेशी सिंह को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, मदन सहनी को समाज कल्याण, संजय कुमार झा को जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क, शीला मंडल को परिवहन, सुनील कुमार को मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, जयंत राज को लघु जल संसाधन और जमा खान को अल्पसंख्यक कल्याण की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

इसी तरह राजद के आलोक कुमार मेहता को राजस्व एवं भूमि सुधार, तेजप्रताप यादव को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, सुरेंद्र प्रसाद यादव को सहकारिता, रामानंद यादव को खान एवं भूतत्व, कुमार सर्वजीत को पर्यटन, ललित कुमार यादव को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, समीर कुमार महासेठ को उद्योग, चंद्रशेखर को शिक्षा, अनीता देवी को पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण, सुधाकर  को कृषि, इसरायल मंसूरी को सूचना प्रावैद्यिकी, शमीम अहमद को गन्ना उद्योग, कार्तिकेय  को विधि, सुरेंद्र राम को श्रम संसाधन, मोहम्मद शाहनवाज को आपदा प्रबंधन और जितेंद्र कुमार राय को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग का मंत्री बनाया गया है। कांग्रेस के मो. अफाक आलम को पशु एवं मत्स्य संसाधन और मुरारी गौतम को पंचायती राज,हम  के संतोष कुमार सुमन को अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण तथा निर्दलीय सुमित कुमार को विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी विभाग की जिम्मेवादी दी गई है। उल्लेखनीय है कि महागठबंधन की इस नई सरकार को सात दलों जदयू, राजद, कांग्रेस, हम, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है। वामदल सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं और मंत्रिमंडल में शामिल नहींं होने का निर्णय लिया है।

 

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