कोलकाता। पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग के दो पूर्व अधिकारियों शांति प्रसाद सिन्हा और अशोक साहा को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने दोनों पूर्व अधिकारियों को सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में कथित तौर पर अनियमितती बरतने का आरोप में गिरफ्तार किया।
दोनों को आज अदालत में पेश किया जायेगा। सीबीआई ने बयान जारी करके कहा, “सीबीआई ने एक मामले की चल रही जांच में तत्कालीन सलाहकार को गिरफ्तार किया।
उन्हें पश्चिम बंगाल राज्य के विभिन्न विद्यालयों में ग्रुप सी स्टाफ की नियुक्ति में कथित अनियमितता बरतने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने बताया कि शहर के निजाम पैलेस कार्यालय में रात भर सीबीआई की हिरासत में रहे दोनों आरोपियों को आज सुबह एक सक्षम अदालत में पेश करने से पहले चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया गया।
सीबीआई अधिकारियों ने बुधवार शाम को अपने कार्यालय में दोनों से करीब सात घंटे तक पूछताछ की और इसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया। एसएससी घोटाले के सिलसिले में सीबीआई द्वारा की गई यह पहली गिरफ्तारी है, जिसने पूरे बंगाल में शिक्षा प्रणाली की नींव हिला कर रख दी थी।
इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को पिछले महीने गिरफ्तार किया था। इन दोनों की गिरफ्तारी से पहले ईडी ने सुश्री मुखर्जी के ठिकानों से 50 करोड़ रुपये से अधिक नकदी और सोने तथा आभूषण बरामद किये थे।