हरिद्वार। उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बस चीला मार्ग से होते हुए ऋषिकेश जाते समय दक्षिण काली मंदिर के समीप कार को बचाने के दौरान पलट गयी। बस में सवार यात्रियों की चीख पुकार मच गयी। घटना की सूचना पर पुलिस व एंबुलेंस मौके पर पहुंची।
बस में फंसे घायलों को बाहर निकाल कर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। बस में तीस यात्री सवार थे। घटना सेह कोई जनहानि नहीं हुई। जिला अस्पताल में 22 घायल पहुंचे थे। चिकित्सकों ने घायलों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी।
उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बस बनवासा से हरिद्वार होते हुए ऋषिकेश जा रही थी। बस चंडी घाट पुल से चीला मार्ग की ओर मुड़ी और कुछ ही दूरी पर दक्षिण काली मंदिर के पास पहुंची। बस चालक सामने आ रही कार को बचाने के चक्कर में बस चालक ने संतुलन खो दिया।
सवारियों से भरी बस पलट गयी। बस में सवार यात्रियों की चीख-पुकार मच गयी। पुलिसकर्मियों ने तत्काल घटना की जानकारी अधिकारियों को दी। तत्काल पुलिस फोर्स के साथ एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाल कर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा।
बस में तीस यात्री सवार थे। अस्पताल पहुंचे घायलों का चिकित्सकों की टीम ने उपचार शुरू किया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। सात घायलों को फैक्चर होने की संभावना को देखते एक्सरे कराया गया। एक्स रे वाले घायलों में भुवन धामी, अर्जुन धामी, जगत धामी, फोना धामी, भगवानदास, केशव धामी व पदम धामी शामिल है। चिकित्सकों ने घायलों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी।
घायल भुवन धामी ने बताया कि उनको केदारनाथ जाना था जोकि मजदूरी करते है। कार को बचाने के चक्कर में बस चालक ने नियंत्रण खो दिया था। जिला अस्पताल चिकित्साधिकारी डा. चंदन मिश्रा ने बताया कि बस पलटने की घटना में घायल 2२ मरीज उपचार के लिए पहुंचे थे। कोई भी यात्री गंभीर नहीं था। घायलों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी है।