मुफ्त जांच रिपोर्ट लेने में हो रहे सैंकड़ों खर्च
उत्तम स्वास्थ्य जांच योजना के तहत हो रही जांच रिपोर्ट
बागेश्वर । प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रत्येक चिकित्सालय में मरीजों की निशुल्क जांच की सुविधा प्रदान की है। परंतु कई मरीजों को जांच रिपोर्ट लेने में ही कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जिससे जांच रिपोर्ट से अधिक उनके आने जाने में खर्च हो रहे हैं। जनता अब जिले में ही जांच रिपोर्ट के लिए सुविधा संपन्न लैब स्थापित करने की आवश्यकता महसूस करने लगी है।
सरकार द्वारा प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को रक्त संबंधी निशुल्क जांच की सुविधा प्रदान की गई है। प्रदेश में इस कार्य के लिए चंदन डायग्नोस्टिक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। डायग्नोस्टिक सेंटर द्वारा विभिन्न केंद्रों में इसके लिए कर्मचारी तैनात किए हैं।
इस संबंध में जनता का कहना है कि सरकार ने निशुल्क जांच सुविधा देकर जनता को राहत तो प्रदान की है परंतु कई बार मरीज को निशुल्क जांच में जांच शुल्क से अधिक का खर्च हो रहा है। उनके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने जाने में ही वाहन किराया आदि में पांच से सात सौ रुपये तक का खर्चा हो रहा है।
रिपोर्ट आनलाइन परंतु जाना पड़ रहा चिकित्सक के पास
जनता का कहना है कि जांच रिपोर्ट के लिए उन्हें दो से तीन बार चिकित्सालय जाना पड़ता है। जिसमें पैसा खर्च होता है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तो आनलाइन मिल रही है परंतु रिपोर्ट दिखाने के लिए चिकित्सक के पास तो जाना ही पड़ता है। बताया कि रक्त परीक्षण के लिए कई सैंपल हल्द्वानी, दिल्ली जाने की बात कही जाती है। जनता अब जिला मुख्यालय में लैब स्थापित करने की मांग करने लगी है।
प्रत्येक सीएचसी सेंटर में लैब स्थापित की है। कई जांचों में निश्चित समय लगता हैं। सरकार व सेंटर का प्रयास है कि जनता को हर संभव सुविधा समय पर उपलब्ध कराई जाय।
अनिल जोशी, मार्केटिंग मैनेजर, चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर।सरकार द्वारा गांव वालों को शुगर, बीपी, ईसीजी, यूरिन, एल्बुमिन आदि की जांच करने के लिए सीएचओ की तैनाती हेल्थ वेलनेस सेंटर में की गई है। ग्रामीणों को इन सामान्य जांच के लिए किसी अन्य पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं है। सरकार ने सामान्य जांच के लिए प्रत्येक गांव को कवर करने के लिए ठोस प्रयास किए हैं।
डा. हरीश पोखरिया, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी।