खटीमा। वन विभाग ने मगरमच्छ के मौत के मामले में छह ग्रामीणों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
बताते चले तीन जुलाई की शाम यूपी सीमा से सटे गांव मेहरबान नगर में मीना देवी पत्नी स्वर्गीय शोभा प्रसाद का 12 वर्षीय बेटा वीर सिंह देवहा नदी किनारे भैंस चरा रहा था। भैंस नदी में घुसी तो उसे पानी से बाहर लाने के लिए पानी में घुस गया था।
नदी में मगरमच्छ ने से पानी में खींच लिया था। बालक वीर सिंह का दो दिन बाद पांच जुलाई को अमरिया थाना क्षेत्र के धुंधरी गांव के पास पोंटा डैम से बरामद हुआ था। घटना के दिन बालक को मगरमच्छ से बचाने के लिए नदी से एक मगरमच्छ को बाहर निकाल कर उसकी पिटाई कर दी थी।
ग्रामीण मगरमच्छ के पेट से बालक को बाहर निकालने की मांग करने लगे थे। इस पर वन विभाग टीम ने मगरमच्छ का एक्सरे किया तो उसके पेट में कुछ भी दिखाई नहीं दिया।
चार जुलाई को वन विभाग की टीम ग्रामीण के हमले में घायल मगरमच्छ को इलाज के लिए पंतनगर ले जा रहे थे तो रास्ते में उसकी मौत हो गई। मामले में वन विभाग ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था।