अनाथों का बनेंगे आयुष्मान कार्ड, मिलेगा योजना का लाभ
जनपद से ब्लॉक तक स्वास्थ्य संवाद स्थापित करेंगे अधिकारीः धन सिंह रावत
देहरादून।प्रदेशभर के अनाथालयों में रह रहे हजारों अनाथों का आयुष्मान कार्ड बनाकर उन्हें योजना का लाभ दिया जायेगा, इसके लिये शीघ्र ही बाल विकास विभाग एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के साथ सचिव स्तरीय बैठक करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिये स्वास्थ्य संवाद कार्यक्रम के तहत विभागीय उच्चाधिकारी जनपद से ब्लॉक स्तर तक अस्पतालों में जाकर मरीजों से स्वास्थ्य संवाद करेंगे, इसके साथ ही आगामी जुलाई माह में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया जायेगा।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण सभागार देहरादून में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने राज्यभर के अनाथालयों में रह रहे हजारों अनाथ युवक युवतियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
डॉ. रावत ने बताया कि सूबे में विभिन्न अनाथालयों में हजारों की संख्या में अनाथ बच्चे एवं युवा रह रहें जिन्हें आयुष्मान योजना का लाभ दिया जायेगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बाल विकास विभाग एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के साथ शीघ्र सचिव स्तरीय बैठक करने के निर्देश दिये ताकि अनाथों को योजना का लाभ जल्द से जल्द मिल सके।
बैठक में डॉ. रावत ने अधिकारियों को स्वास्थ्य संवाद कार्यक्रम जारी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत विभागीय अधिकारी जिला चिकित्सालयों से लेकर ब्लॉक स्तर के चिकित्सालयों का निरीक्षण कर मरीजों से स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक लेंगे जिसके उपरांत स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जा सकेगा।
विभागीय मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुचाने एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से आगामी जुलाई माह में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया जायेगा, जिसमे विभागीय अधिकारियों के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले अनुभवी लोगों के साथ मंथन किया जायेगा। चिंतन शिविर में प्राप्त सुझावों को अमल में लाया जाएगा।
बैठक में सचिव स्वास्थ्य राधिका झा, चेयरमैन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण डी. के. कोटिया, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, कुलपति उत्तराखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रो. हेमचन्द्र, अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा अरुणेंद्र सिंह चौहान, निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मीतू शाह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।