देहरादून। 21 मई को उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाये जाने को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गयी। इस अवसर पर मुख्य पूर्व अभ्यास का आयोजन ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन में हुआ। जिसमे केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री संजीव बालियान ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन के विकास की अपार संभवनाएं मौजूद हैं। इससे लोगों को स्वरोजगार के बहुत से साधन उपलब्ध हो सकते हैं तथा उनकी आर्थिकी भी मजबूत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इन क्षेत्रों में अनेक योजनाएं संचालित की है, जिनका उचित तथा प्रभावी क्रियान्वयन होने पर उत्तराखंड की दिशा तथा दशा बदल सकती है। उन्होंने इन क्षेत्रों से सम्बंधित योजनाओं और कार्यक्रमों के संबंधों में केंद्र सरकार से उत्तराखंड को हर सम्भव आश्वाशन दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आध्यात्मिकता तथा प्राकृतिक सुंदरता से अभिभूत है तथा वह गंगा घाट पर गंगा के मनोहारी और सुरम्य नजारे से मन्त्रमुग्ध हुए। उन्होंने सभी को आगामी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगा कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया।
इस दौरान, उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के योगा को विश्व पटल पर पहुंचाने के लिए बड़ा योगदान किया है। उनके ही अथक प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है।
कार्यक्रम में उपस्थित उत्तराखण्ड के पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा कि योग करने से जीवन शैली और अनेक मानसिक रोगों से छुटकारा मिलता है तथा एक लंबा और स्वस्थ जीवन जीने का अवसर भी प्राप्त होता है।
स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट ने कहा कि योग के महत्व को देखते हुए इसे पहाड़ी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक बढ़ावा देना चाहिए, जिससे वहां के लोग भी स्वस्थ व संतुलित जीवन जीने का आनंद ले सकें।स्वागत संबोधन सचिव पशुपालन डॉ. बीवी आरसी पुरुषोत्तम द्वारा किया गया।