नहीं होने दिया अंतिम संस्कार, घाट से उठा लाए शव
मुआवजे की मांग को लेकर रेलवे के वर्करों ने काटा हंगामा
श्रीनगर। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के अंतर्गत ग्राम स्वीत में चल रहें निर्माण कार्य में कार्यरत एक वाहन चालक की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि टनल के अंदर कार्य कर रहें वाहन चालक के पेट में दर्द होने की शिकायत के बाद बेस चिकित्सालय श्रीकोट लाया गया।
जहां चिकित्सकों के परामर्श के कुछ घंटों बाद चालक की मौत हो गई। रेलवे निर्माण कार्य में लगी कंपनी को मिली तो उन्होने परिजनों के बिना मृतक की अंत्योष्टि के लिए ले गये। जब इसकी खबर रेलवे में कार्यरत कर्मचारियों को पड़ी तो उन्होने मृतक के शरीर को घाट से उठाकर अस्पताल लाया गया।
जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस मामले को सुन कर हर कोई हैरान था। वहीं इस मामले की सूचना पुलिस तक को नहीं थी। उसके बाद परिजनों को इसकी सूचना दी गई। रेलवे मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष मुकेश भट्ट ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मजदूर अपने पेट में दर्द होने की शिकायत बता रहा था।
देर रात उसे कंपनी के अधिकारियों द्वारा बेस चिकित्सालय लाया गया। जहां डॉक्टरों ने परामर्श दिया गया। लेकिन कुछ घंटे बाद उसकी मौत हो गई। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी को मुआवजा न देना पड़े इससे उन्होने परिजनों को बिन बताएं ही मजूदर का अंत्योष्टि करने घाट ले गये।
अंत्योष्टि को लेकर कंपनी के ओर से लकडियों की व्यवस्था भी की गई थी। भट्ट ने बताया कि जब इसकी सूचना रेलवे कंपनी में लगी सीटू यूनियन के पदाधिकारियों को मिली तो वह तुरंत घाट पहुंचकर मृतक को पुलिस चौकी ले आये। कहा कि जब तक कंपनी मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं देती है तब तक कंपनी का कार्य बाधित रहेंगा।
वहीं देर सांय बाद कंपनी के पदाधिकरी पुलिस चौकी पहुंचे। जहां अभी तक मुआवजे को लेकर कोई बात नहीं बन पाई है। वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच में जुटी है।