अफसरों की कमीं से जूझ रही थलसेना को मिलेंगे 308 अधिकारी

आईएमए में 11 जून को होने वाली पासिंग आउट परेड में शिरकत कर होंगे पास आउट आठ मित्र देशों के 69 कैडेट भी होंगे पास आउट, तैयारियां जोरों पर

देहरादून । अफसरों की कमीं से जूझ रहे भारतीय थलसेना को जल्द ही सैन्य अधिकारियों की नई खेप मिल जाएगी। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में आगामी 11 जून को होने वाली पासिंग आउट परेड में शिरकत करने के बाद थलसेना को 38 युवा अफसर मिलेंगे।
इसके अलावा आठ मित्र देशों की सेना को भी 69 सैन्य अधिकारी मिलेंगे। क्योंकि पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के 377 जेंटलमैन कैडेट शामिल होंगे। सेना के उच्चाधिकारियों, गणमान्यों व कैडेटों के परिजनों की मौजूदगी में होने वाली परेड का भव्य बनाने के लिए अकादमी प्रबंधन तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है।
वहीं पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेट रिहर्सल में खूब पसीना बहा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि कोरोना का खतरा कुछ कम होने के चलते इस बार विदेशी मेहमानों की भी परेड देखने के लिए आईएमए पहुंचने की संभावना है।
मुख्य पासिंग आउट परेड से पहले भी अकादमी में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। इनमें ग्रेजुएशन सेरेमनी, प्री-पीओपी अवार्ड सेरमेनी, कमांडेंट रिहर्सल परेड व मल्टी एक्टिविटी डिस्पले शो महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं।
शनिवार ग्यारह जून को सुबह छह बजे से पासिंग आउट परेड होगी। परेड को मद्देनजर रखते हुए अकादमी के अंदर व बाहर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
अकादमी परिसर की सुरक्षा का जिम्मा सेना के सश जवानों व बाहरी व आसपास के क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा दून पुलिस के जिम्मे है। बता दें, कि देहरादून में इंडियन मिलिट्री एकेडमी की स्थापना वर्ष 1932 में हुई थी।
नब्बे साल के सफर में अकादमी के नाम भारत के अलावा 33 मित्र देशों की सेना को 63 हजार 768 सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें 61044 सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले हैं।
जबकि 2724 सैन्य अधिकारी मित्र देशों को मिल चुके हैं। अकादमी से प्री-मिलिट्री ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पास आउट हुए कैडेट अपने-अपने देशों की सेना के ऊंचे ओहदे तक पहुंचे हैं। देश की रक्षा करते हुए शहीद हो चुके 898 सैन्य अधिकारियों ने भी आईएमए में ही सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

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