यात्रा के दौरान गंभीर घायल तीर्थयात्रियों को किया जा रहा एयरलिफ्ट
अभी तक 60 से अधिक गंभीर बीमार यात्रियों का रेस्क्यू के साथ ही किया गया एयरलिफ्ट केदारनाथ यात्रा में हो चुकी है अब तक 21 तीर्थयात्रियों की मौत
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा के दौरान गंभीर बीमार तीर्थयात्रियों को एयर लिफ्ट किया जा रहा है। अभी तक 60 से अधिक गंभीर बीमार और खाई में गिरने वाले यात्रियों को रेस्क्यू के साथ ही एयर लिफ्ट किया गया है।
जिला प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें तत्काल इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। वहीं अभी तक केदारनाथ धाम की यात्रा में 21 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। जहां बीस तीर्थयात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हुई है, वहीं एक तीर्थ यात्री की मौत खाई में गिरने से हुई है।
बता दें कि गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की दूरी 19 किमी है और वहां पैदल चलने में काफी दिक्कतें होती हैं। साथ ही धाम में हर दिन दोपहर बाद मौसम खराब हो जाता है और बारिश होने से ठंड बढ़ जाती है।
इसके बाद भी तीर्थयात्री बचाव को लेकर पूरे संसाधनों के साथ नहीं पहुंच रहे हैं और उन्हें दिक्कत हो जाती है। केदारनाथ यात्रा छ: मई को शुरू हुई थी और अब तक 21 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है, लेकिन तीर्थयात्री अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं दिखाई दे रहे हैं।
शुक्रवार को केदारनाथ धाम में दर्शन करने जा रहे तीर्थ यात्री विनोद कुमार उम्र 28 वर्ष के लिनचोली में घोड़े से टकराने के कारण पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होने पर स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय आधार शिविर केदारनाथ में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया गया। मरीज के पेशाब के रास्ते अत्यधिक रक्त स्राव हो रहा था।
मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर मरीज को एयर लिफ्ट के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार कर रहे हैं।
यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक पर्याप्त मात्रा में डॉक्टरों की तैनाती की गई है, जिसकी ओर से ओपीडी के माध्यम से श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक 60 से अधिक गंभीर मरीजों को एयर लिफ्ट किया जा चुका है।
कोई भी अनहोनी घटना घटने पर प्रशासन पूरी तैयारी से मुस्तैद से जुटा है और इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।