रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के साथ ही तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद करने को लेकर डीएम मयूर दीक्षित ने यात्रा से संबधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं की डीएम हर दिन मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं।केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए जिलाधिकारी के निर्देशन में सभी अधिकारियों द्वारा अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन कुशलता एवं तत्परता से किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक डॉक्टरों की तैनाती की गई है, जिनके द्वारा श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर ओपीडी के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब तक ओपीडी के माध्यम से 19,651 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है, जिसमें 14,598 पुरुष तथा 5053 महिला शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 16 यात्रियों की मृत्यु भी हो चुकी है।
केदारनाथ धाम में यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात एसडीआरएफ की टीम द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन तत्परता से त्वरित गति से किया जा रहा है। एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर मनोज सिंह रावत ने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आई पंजाब निवासी शीला उम्र 6५ वर्ष मंदिर परिसर में अचानक बेहोश होकर गिर गई, जिन्हें तुरंत स्ट्रेक्चर के माध्यम से उपचार के लिए सिक्स सिग्मा हॉस्पिटल ले जाया गया।
जहां उसका उपचार कराया गया। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की टीम द्वारा अब तक 11घायल व बीमार हुए श्रद्धालुओं का रेस्क्यू करते हुए उपचार के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया गया।