इधर दुबई की सैर पर मंत्री, उधर दम तोड़ते तीर्थयात्री

लचर व्यवस्थाओं से प्रधानमंत्री कार्यालय आहत ,सरकार से मांगी रिपोर्ट

देहरादून । उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू है। तीर्थयात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। लेकिन व्यवस्थाएं इतनी लचर हैं कि मात्र एक सप्ताह में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस अव्यवस्था से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी काफी दुखी हो गए हैं।

पीएमओ ने भी उत्तराखंड सरकार से इस बारे में रिपोर्ट तलब कर लिया है। खास बात यह है कि पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज दुबई के दौरे पर हैं और वहीं से देश -विदेश के लोगों को चारधाम यात्रा में आने का प्रवचन दे रहे हैं।

इस बार चारधाम यात्रा में भीड़ उमड़ेगी। शासन- प्रशासन सबको मालूम है। लेकिन दुुर्भाग्य यह है कि उत्तराखंड सरकार इतना सब कुछ जानते हुए भी बेहतर व्यवस्था तीर्थयात्रियों को उपलब्ध कराने में अब तक पूरी तरह से असफल रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत में हो रहे उप चुनाव में व्यस्त हैं। क्योंकि धामी को चंपावत चुनाव हर हाल में जीतना है। मुख्यमंत्री ने व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश जरूर दिए हैं। लेकिन बेपरवाह अधिकारियों की इसकी कोई चिंता तक नहीं है।

लेकिन तीर्थयात्रियों की स्थिति लगातार बदतर हो रही है। केवल स्वस्थ्य व्यवस्था ही नहीं खराब है बल्कि बिजली और पानी की भी धामों में भयंकर किल्लत है। होटलों में जगह नहीं है। कहीं है भी तीर्थयात्रियों से दो गुना ,तीन गुना धनराशि की मांग की जा रही है।

स्वास्थ्य बिगडऩे पर तीर्थयात्रियों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए कार्डियक एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है। इस क्रम में एक कार्डियक एंबुलेंस को उत्तरकाशी भेजना था लेकिन यह एंबुलेंस देहरादून में है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है।

चारधाम यात्रा का विकास कार्य केवल कागजों पर ही दिख रहा है। पर्यटन सचिव
दिलीप जावलकर का कहना है कि व्यवस्थाएं सुधारी जा रही हैं। अन्य विभागों के साथ समन्वय बिठाकर काम किया जा रहा है। जल्द ही व्यवस्था पटरी पर आने की उम्मीद है।

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