देहरादून । उत्तराखंड में पहली बार किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति का गठन हर जनपदों में किया गया है। इस क्रम में किशोर न्याय बोर्ड में हर जनपदों में दो -दो और बाल कल्याण समिति में 5-5 लोगों को शामिल किया गया है।
इस तरह से किशोर न्याय बोर्ड में कुल 26 तथा बाल कल्याण समिति में 65 लोगों को शामिल किया गया है। खास बात यह है कि बाल कल्याण समिति में अध्यक्ष के अलावा 4 सदस्य शामिल हैं। इस तरह से किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण समिति में कुल 91 लोगों को शामिल किया गया है।
उत्तराखंड में पहली बार ही किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति का गठन किया गया है। ताकि फटेहाल जिंदगी यापन करने वाले बच्चों के अलावा अन्य बेसहारा बच्चों को मुख्यधारा में शामिल किया जा सके। अपराध में फंसे बच्चों को कानूनी सहायता पहुंचाकर उन्हें शिक्षित करना सरकार का लक्ष्य है। कुल मिलाकर बच्चों की समस्याओं को समझना और उसका निराकरण करना ही बोर्ड और समिति का मुख्य मकसद है।
दरअसल देश में बढ़ रहे बाल अपराधों को देखते हुए किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति का गठन पूरे देश में किया जा रहा है। इस क्रम में ही उत्तराखंड में बोर्ड और समिति का गठन किया गया है।
ताकि बाल अपराधों पर लगाम लगाया जा सके। किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति दोनों ही विंग आपस में तालमेल बिठाकर बच्चों की समस्याओं को जानने की कोशिश करेंगे। साथ ही समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभाग से वार्ता भी करेंगे।
बोर्ड और समिति को पूरा अधिकार दिया गया है और दोनों ही स्वतंत्र एजेंसी के तहत कार्य करेंगे। साथ ही इन दोनों पर किसी भी तरह का राजनीतिक दबाव भी नहीं रहेगा। मूल रूप से बेघर हुए बच्चे,आपराधिक छवि वाले बच्चे तथा लावारिश बच्चों की खोज खबर रखना इस बोर्ड एवं समिति का मूल मकसद है।
कुल मिलाकर बच्चों को बेहतर वातावरण किस तरह से प्रदान किया जाए। इस दिशा में किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति कार्य करेगी। साथ ही बच्चों को न्याय दिलाएगी। सडक़ों पर जीवन यापन करने वाले बच्चों को स्कूली शिक्षा में मुख्य रूप से मदद करना भी इस बोर्ड एवं समिति का काम है।
5 मई से पहला प्रशिक्षण
किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति के गठन के बाद इसमें शामिल लोगों को तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण 5 मई से शुरू हो रहा है। प्रथम चरण में गढ़वाल के 7 जनपदों देहरादून,हरिद्वार,टिहरी गढ़वाल,पौड़ी गढ़वाल,चमोली,रुद्रप्रयाग तथा उत्तरकाशी के लिए नामित सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुमाऊं में इस माह ही दूसरे चरण का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 26 मई से शुरू किया जाएगा। कुमाऊं और गढ़वाल दोनों ही मंडलों में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों को भी आमंत्रित किया गया है।
5 मई से शुरू होने वाले प्रशिक्षण शिविर में पहले दिन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के अलावा कई कानून से जुड़े विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया है। यह प्रशिक्षण शिविर दीन दयाल उपाध्याय वित्तीय प्रशासन प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र सुद्धोवाला में आयोजित किया गया है।