32 प्रधानों को किया गया आत्मनिर्भर भारत राष्ट्रीय ग्राम सशक्तिकरण पुरस्कार 2022 से सम्मानित

देहरादून। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय स्तरीय एनजीओ सैन्गुइन वी केयर वेलफेयर सोसाइटी ने उत्तराखंड हैरिटेज मीडिया की सहयोग से आत्मनिर्भर भारत राष्ट्रीय ग्राम सशक्तिकरण पुरस्कार समारोह का पैसिफिक होटल में आयोजन किया । जिसमें देश भर से चयनित सरपंचो को उनकी ग्राम पंचायतों में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित किया गया।

 

कार्यक्रम का शुभारम्भ  मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या एवं महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव हरी चन्द्र सेमवाल द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुआ ।

सैन्गुइन वी केयर वेलफेयर सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ.कंचन नेगीने कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए बताया कि आत्मनिर्भर भारत राष्ट्रीय ग्राम्य सशक्तिकरण पुरस्कार -2022एक ऐसी पहल है जिससे ग्राम पंचायतों को अपनी पंचायतों में उल्लेखनीय कार्य करनी की प्रेरणा तो मिलेगीही और साथ हीउनका मनोबल भी बढेगा।


पूर्व सुंयुक्त निदेशक पंचायती राज  डीपीदेवराड़ी द्वाराराष्ट्रीय पंचायती राज दिवसकी महत्ता परप्रकाश डालाजिसके उपरांत नियोजन विभाग के सीईओ डॉ. मनोज पन्त ने पंचायतों में 17 सतत विकास लक्ष्यों की भूमिका के साथ – साथ स्तत विकास लक्ष्यों की नौ थीम पर भी सभी का ज्ञानवर्धन किया जिन्हें पंचायती स्तर पर पूर्ण किया जाना है।

डॉ. कंचन नेगी ने सतत विकास लक्ष्यो एवं सामाजिक सुरक्षित ग्राम पंचायतों खदरी खडकमाफ़ एवं केदारावाला पर बनी लघु फिल्म को प्रदर्शित किया। इसके बाद, पहले चरणके अंत में अन्य राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से आये हुए चयनित सरपंचों कोमाननीय कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या द्वारा उनकेउत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया । जम्मू के सिरा ए पंचायत के सरपंच मखन मनास, कश्मीर से अकिंगम बी पंचायतकेसरपंच नानाजी वट्टल, महाराष्ट से, नागपुर जिले की खुर्सापर पंचायत के सरपंच प्रो. सुधीर गोटमरे, आई.ई.सी. एक्सपर्ट एजाज़ अहमद खान, इत्यादि।

ग्राम पंचायतों में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की अहम भूमिका

अपने सम्बोधन मेंरेखाआर्या ने कहा, पंचायती राज एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें सभी रेखीय विभागों का समन्वय आवश्यक है और सतत विकास लक्ष्यों के नौ थीम, हमारे विभाग के सहयोग के बिना पूर्ण नहीं किये जा सकते ।  आज ग्राम पंचायतों में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की अहम भूमिका हैजिसकी वजह से पंचायते सशक्त होपा रही हैं। चाहे महिलाओं की बात हो या बच्चों के सर्वांगीण विकास की , आंगनवाडी की बात हो या शिक्षा की, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग निरंतर पंचायतों को  पूर्ण रूप से सशक्त बना रहा है। इसी के साथ उन्होंने प्रधान्मंत्री नरेंद्र मोदी एवं सीएम पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद देते हुए सैन्गुइन वी केयर वेलफेयर सोसाइटी संस्थाको भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की शुभकामनाये दी।
इसके उपरान्त सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सचिव हरी चन्द्र सेमवालद्वारा, कैबिनेट मंत्री का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
वहीं दूसरे चरण में मुख्य अतिथि रहे कैबिनटवन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने उपनी उपस्तिथि से कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी। उनके द्वारा उत्तराखंड राज्य की उत्कृष्ट पंचायतों को आत्मनिर्भर भारत राष्ट्रीय ग्राम्य सशक्तिकरण पुरस्कार -2022 से सम्मानित किया गया ।
सुबोध उनियाल ने अपने सम्बोधन में सभी को बधाई देते हुए , सचिव हरी चन्द्र सेमवाल और कार्यक्रम की आयोजक संस्था सैन्गुइन वी केयर वेलफेयर सोसाइटी को शुभकमनाएं देते हुए कहा कि यह आयोजन वास्त्व में सभी प्रधानो के लिए एक मिसाल है जिससे सभी को और बेहतरी से कार्य करने का मनोबल बढेगा । उन्होंने जल संवर्धन परजोर देते हुए सभी ग्राम पंचायतोंकोकार्य करने की अपील की और प्राकृतिक तालाबों के जीर्णोधार पर भी बल देने को कहा।
अपर निदेशक, पर्यटन पूनम चंद द्वारा सभी को होमस्टे से अपनी स्वयं की आय के स्त्रोतों को बढ़ावा देने पर प्रस्तुति दी गयी जिसे सभी ने बहुत सराहा ।
बता दें कि कार्यक्रम में , जहां एक ओर संस्था के सचिव डॉ.केएस नेगी के साथ -साथ इमरान खान , मोहित चौधरी, निर्मला सेमवाल, अंजनागुप्ता , रेखीय विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे । ऑनलाइन माध्यम से भारत सरकार के संयुक्त सचिव संजीब पटजोशी, एनआईआर डी के पंचायती राज हेड अंजन कुमार भांजा , मध्य प्रदेश की सरपंच मोना कौरव, पंजाब की छीना पंचायत के सरपंच पंथ दीप इत्यादि कार्यक्रम से जुड़े रहे।

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